सूरजपुर: 25 जून 2022 को ग्राम गोविन्दपुर निवासी रामप्रसाद सिंह ने चौकी रेवटी में सूचना दिया कि गांव की फुलकुंवर अपने घर में 2-3 दिन से पड़ी हुई है घर के बाहर तेज बदबू आ रही है उसकी मृत्यु हो गई है कि सूचना पर चौकी रेवटी पुलिस ने मर्ग कायम कर फौरन मौके पर पहुंची। शव पंचनामा के दौरान मृतिका के सिर व शरीर के अन्य जगहों पर चोट के निशान दिखाई दिया, पंचनामा कार्यवाही के बाद शव का पीएम कराया गया। डॉक्टर के द्वारा शार्ट पीएम रिपोर्ट में मृतिका की मृत्यु हत्यात्मक प्रकृत्ति का होना लेख किये जाने पर अज्ञात आरोपी के विरूद्व अपराध क्रमांक 98/22 धारा 302, 201 भादसं का मामला पंजीबद्व किया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने चौकी प्रभारी रेवटी को मामले की बारीकी से सभी बिन्दुओं पर जांच करते हुए आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में चौकी लटोरी पुलिस ने विवेचना के दौरान मृतिका की पुत्री व गवाहों से पूछताछ करने पर जानकारी मिला कि मृतिका का संजय एवं सतीश के साथ अक्सर वाद विवाद होते रहता था। संदेह के आधार पर पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर हिकमत अमली से पूछताछ करने पर आरोपी संजय ने बताया कि 13 जून को मृतिका घर के बाहर थी इसी दौरान वाद-विवाद होने पर मृतिका के पैर में मारकर चोट पहुंचाया था जिसके कारण मृतिका आरोपी पर ईलाज कराने तथा ईलाज नहीं कराने पर अनाचार के झूठे केश में फंसाने की धमकी दी थी, आरोपी धमकी से डरा हुआ था और फुलकुंवर को रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाया और 22 जून के रात्रि में अपने लड़के सतीश के साथ उसके घर जाकर मृतिका के सिर में डण्डा से प्रकार किया, लड़का सतीश मृतिका का गला दबा दिया जिस कारण मृतिका की मृत्यु हो गई। हत्या का साक्ष्य छुपाने के उद्धेश्य से आरोपी संजय अपने लड़के को दरवाजा से बाहर निकालकर, घर का दरवाजा अंदर से बंद कर छानी तथा दिवाल के बीच खुले जगह से निकलकर भाग गया ताकि लोगों को गुमराह कर सकें। आरोपी संजय के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त डंडा जप्त कर आरोपी संजय कुमार पिता देवीदयाल उम्र 52 वर्ष एवं सतीश कुमार पिता संजय कुमार उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम गोविन्दपुर, चौकी रेवटी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी रेवटी सुनील सिंह, प्रधान आरक्षक ज्योतिष पटेल, आरक्षक शैलेन्द्र सिंह व सैनिक प्रेमलाल सक्रिय रहे।