सीतापुर/ रूपेश गुप्ता: 14 अप्रैल 2022 को विकासखंड स्तरीय शिक्षा सत्र 2022 – 23 की शाला संचालन एवं आवश्यक तैयारी के संबंध में प्रातः 10:00 बजे से कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल सीतापुर के सभागार में विकास खंड शिक्षा अधिकारी मिथलेश सिंह सेंगर के द्वारा समस्त प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला के प्रधानपाठकों ,संस्था प्रमुखों एवं संकुल समन्वयकों का एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया । बैठक का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दिप पर्वजलित कर किया गया। BRC रमेश सिंह के द्वारा प्रारंभिक उद्बोधन में बैठक के महत्व एवं शिक्षण सत्र 2022 – 23 में मानिटरिंग एवं शाला संचालन आदि के बारे में बताया गया ।इसके पश्चात एबीईओ महेश सोनी के द्वारा आज के बैठक के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करते हुए शाला संचालन की आवश्यक तैयारी ,पर्यावरण सुरक्षा के लिए वृक्षारोपण, प्रवेश उत्सव एवं बच्चों की उपस्थिति ,एसएमसी व एसडीएमसी का गठन तथा बालकों को शाला से जोड़ने हेतु प्रेरित करने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए, तत्पश्चात विकास खंड शिक्षा अधिकारी के द्वारा सभी का हार्दिक अभिनंदन करते हुए आज के बैठक की महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा परिचर्चा करते हुए यह बताया गया कि हमें लक्ष्य एक – “सरगुजा श्रेष्ठ “के हमारे विद्वान संयुक्त संचालक हेमंत उपाध्याय के सपने को किस तरह से साकार करना है, इस पर आवश्यक दिशानिर्देश एवं मार्गदर्शन दिया गया ।
विकासखंड के समस्त शालाओं में “बालः देवो भव ” का लेखन करना है ।चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि 15 जून से स्कूल खोलने एवं 16 से 30 जून तक प्रवेश उत्सव एवं शाला संचालन संबंधी समस्त कार्य पूर्ण करने एवं 1 जुलाई से पाठ्यक्रम अनुसार अध्यापन कार्य करने का निर्देश दिया गया, संकुल स्तरीय प्रवेश उत्सव धूमधाम से स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करते हुए निर्धारित तिथि को मनाया जाना है, साथ में नए शिक्षण सत्र में शाला संचालन के संबंध में उन्होंने कहा कि शाला से संबंधित विभिन्न पंजियों का संधारण एवं उनका अपडेशन एवं पाठ्यक्रम विभाजन कर उसी अनुरूप शिक्षण कार्य करने ताकि कोरोनाकाल में हुए लर्निंग लॉस को पूरा किया जा सके ,नए शिक्षण सत्र में सभी को अपनी- अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए अपना अध्यापन कार्य, कक्षा कार्य तथा स्कूल में मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा एवं व्यक्तिगत सुरक्षा प्रशिक्षण में बताए सुरक्षात्मक जानकारियों का विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान किया गया, साथ ही उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया शालेय समय प्रातः 10:00 से सायं 4:00 बजे तक है और प्रातः 10:00 बजे शाला अनिवार्य रूप से खुला होना चाहिए एवं शाला प्रवेश उत्सव में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि सभी शाला क्षेत्र के बच्चे जिनकी उम्र 6 वर्ष से 14 वर्ष की है, शत-प्रतिशत बच्चों की शाला में प्रवेश हो, कोई भी बच्चा अप्रवेशी या शाला त्यागी की स्थिति में न हो इस अवसर पर सभी स्कूलों के शिक्षक उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ CAC पी. डी. टांडिया के द्वारा किया गया।