अंबिकापुर: सरगुजा जिले के थाना लखनपुर में कूटरचित दस्तावेजों और फर्जी विक्रेता की सहायता से बहन की संपत्ति बेचने का मामला सामने आया है। सरगुजा पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए इस धोखाधड़ी में शामिल भाई और फर्जी विक्रेता को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के अनुसार प्रेमा बाई, निवासी जजगी, लखनपुर, ने 4 अगस्त 2024 को थाना लखनपुर में शिकायत दर्ज कराई कि उनके माता-पिता की मृत्यु के बाद उनकी और उनके भाई छतर राम के नाम पर पारिवारिक भूमि का संयुक्त नामांतरण हुआ था। छतर राम ने धोखाधड़ी कर अपनी बहन की जगह एक अन्य महिला, जिसका नाम भी प्रेमा बाई है, को रजिस्ट्रार ऑफिस में खड़ा किया और इस महिला की सहायता से भूमि को फर्जी तरीके से बेच दिया। इस साजिश के तहत भूमि का विक्रय 5 अप्रैल 2023 को कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर कर दिया गया।

पुलिस की विवेचना में खुलासा हुआ कि छतर राम पर कई लोगों का कर्ज था और वह इसे चुकाने में असमर्थ था। जब उसकी बहन ने अपनी भूमि बेचने से इनकार कर दिया, तो उसने अपने रिश्ते की दीदी प्रेमा बाई को बहन के रूप में प्रस्तुत कर उसे रजिस्ट्रार ऑफिस में खड़ा किया। इसके बदले में आरोपी ने उसे 5000 रुपये देने की पेशकश की। इस योजना के तहत छतर राम ने 60,000 रुपये में 22 डिसमिल भूमि के तीन प्लॉट बेच दिए। आरोपी छतर राम ने अपनी फर्जी बहन को 5000 रुपये दे दिए और बाकी रकम के बारे में पूछताछ में उसने इसे खर्च होना बताया। पुलिस ने आरोपी छतर राम और फर्जी विक्रेता प्रेमा बाई को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है।

इस कार्रवाई में थाना प्रभारी लखनपुर निरीक्षक अश्वनी सिंह, उप निरीक्षक प्रेम प्रकाश खुटिया, सहायक उप निरीक्षक निर्मला कश्यप, महिला आरक्षक निर्मला एक्का, आरक्षक दशरथ राजवाड़े, जानकी राजवाड़े और उमाशंकर साहू शामिल रहे।

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