
कोरबा।जिले के पाली में हुए कोयला कारोबारी रोहित जायसवाल हत्याकांड को लेकर कांग्रेस की जांच टीम बुधवार की दोपहर जाँच करने घटनास्थल पहुची वही उसके बाद मृतक के घर पहुच कर आपबीती सुनी। का गठन किया है। 9 अप्रैल को बुधवार को पाली पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और मृतक के परिजनों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। इस समिति के माध्यम से कांग्रेस पार्टी मामले की सच्चाई जानने और उसे उजागर करने का प्रयास करने की बात कही।
कांग्रेस की जांच समिति टीम में पांच लोग शामिल है।रामपुर विधायक फूल सिंह राठिया, पूर्व विधायक पुरुषोत्तम कंवर, प्रदेश महासचिव प्रशांत मिश्रा, जिला अध्यक्ष मनोज चौहान जिला पंचायत सदस्य कौशल नेटी शामिल है जो पहले घटनास्थल का जांच कर घटनाक्रम की जानकारी लेते हुए जानकारी एकत्र कर रिपोर्ट तैयार किया गया।वहा जनाना चाहा कि घटना कब कैसे और किन परिस्थितियों में घटना घटी है।
जांच समिति के सदस्य मृतक के घर पहुचे जहा मृतक के पत्नी और परिजनों से चर्चा किया।पूर्व विधायक पुरुषोत्तम कंवर ने जब परिजनों से पूछा कि क्या आप कार्यवाही से संतुष्ट है तो परिजन के आंख नम हो गई कहा कि थाना प्रभारी के सामने ही उसके भाई को मारा गया उसके बाद आरोपी भी उनके सामने फरार हुए जब तोड़फोड़ और कार्यवाही के लिए दबाव बनाया गया तब गिरफ्तारी हुई।एसपी साहब घटना के बाद मौके पर पहुचे और घटनाक्रम की जानकारी लेते हुए कमान सँभाला तब जा कर गिरफ्तारी हुई नही तो उसके भाई के हत्या के बाद लावारिस लाश बना देते।
कांग्रेस की टीम जब परिजनों से बातचीत कर रही थी इस दौरान बहुत सारी बाते सामने आई।सभी का रिपोर्ट तैयार कर कांग्रेस पार्टी ऊपर स्तर पर सौंपेगी और कार्रवाई की मांग करेगी। समिति में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक फूलसिंह राठिया प्रमुख संयोजक के रूप में शामिल हैं। उनके साथ पूर्व विधायक मोहितराम केरकेट्टा और पुरुषोत्तम कंवर भी इस जांच टीम का हिस्सा है इसके अतिरिक्त, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मनोज यादव और प्रशांत मिश्रा भी समिति में शामिल हैं।
विधायक राठिया ने की थी सुरक्षा की मांग
विधायक फूलसिंह राठिया ने पुलिस और प्रशासन से आग्रह किया था कि जांच समिति को समुचित सुरक्षा और सुविधाएं प्रदान की जाएं। उन्होंने इस संबंध में कोरबा प्रशासन को एक पत्र लिखा है, जिसमें समिति के कामकाजी माहौल को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने की अपील की गई है जहा उन्हें प्रदान किया गया। बताया जा रहा है कि जब टीम मृतक के घर पहुची तो गली में सन्नाटा छाया हुआ था ऐसा लग रहा था।
मृतक रोहित जायसवाल की हत्या के पीछे का विवाद
पाली में स्थानीय ट्रांसपोर्टर रोहित जायसवाल की हत्या कोल खदान में वर्चस्व की लड़ाई और डीओ उठाने को लेकर हुआ था। हत्या में रोहित पर चाकू से हमला किया गया था। हत्या के आरोपी में पाली भाजपा के मंडल अध्यक्ष रोशन ठाकुर मुख्य आरोपी बताए जा रहे हैं, जिनके नाम के साथ अन्य भाजपा पदाधिकारियों का भी नाम सामने आया था।
घटना के बाद का तनाव और पुलिस की भूमिका
हत्या के बाद पाली में भारी तनाव पैदा हो गया था, और मृतक के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके परिणामस्वरूप, पाली थाना टीआई पर कार्रवाई की गई और उन्हें लाइन अटैच कर दिया गया। इस मामले में आरोपी की पत्नी ने पुलिस को दस्तावेज सौंपे थे, जिसमें उसने यह दावा किया था कि वह घटना के दौरान उनके पति रोशन ठाकुर शहर में मौजूद नहीं थे।
राजनीतिक षड्यंत्र का आरोप
घटना को लेकर भाजपा के अन्य नेताओं पर भी राजनीतिक षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया गया है। इस हत्या के मामले में कांग्रेस ने प्रदेश सरकार और भाजपा को घेरने का प्रयास किया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर प्रदेश सरकार पर कड़ा निशाना साधा और आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।कांग्रेस की यह जांच समिति इस जघन्य हत्या की सच्चाई को सामने लाने का काम और इस मामले में आरोपी पक्ष के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अपनी रिपोर्ट प्रदेश सरकार तक पहुंचाएगी।