
अंबिकापुर: पैसा देने के बहाने दो युवकों की घर में बुलाकर बेरहमी से पीटाई, पीडित युवकों ने पुलिस पर एक पक्षीय कार्यवाही का आरोप लगाया है। यह पुरा मामला अम्बिकापुर के दर्रीपारा मोहल्ले का हैं जहां बुधवार को दो गुटो में मारपीट और पत्थरबाजी का मामला सामने आया था।

पीडित आदित्य प्रताप सिंह ने बताया की उसने दर्रीपारा निवासी सत्यम सिंह को 90 हजार रुपये उधार दिया था जिसे वो काफी दिनो सत्यम सिंह से मागने का प्रयास कर रहा था आदित्य के द्वारा पैसे लिए बार बार फोन किए जाने से सत्यम सिंह काफी नाराज हो चुका था,जिसके बाद बुधवार को सत्यम सिंह ने आदित्य प्रतापको फोन कर पैसा वापस करने के लिए दर्रीपारा स्थित अपने निवास पर बुलाया,पैसा वापस देने की बात सुन आदित्य अपने दोस्त स्वयम पाण्ड़ेय के साथ उसके घर पहुंच गया, आदित्य ने बताया की घर पर सत्यम सिंह के साथ ललित सोनी, हिमांशु सिंह, नरेंद्र सिंह, शैलु सिंह, सुशांत सिंह, मयंक सिंह, नमों नारायण सिंह भी मौजुद थे, जिसके बाद सत्यम सिंह ने नाराजगी दिखाते हुए पैसे को वापस नहीं करुंगा कहते हुए आदित्य और उसके दोस्त के साथ गाली गलौज करने लगा,वही जब आदित्य औऱ उसके दोस्त के द्वारा इसका विरोध किया गया तो वहां खडे सत्यम सिंह,ललित सोनी, हिमांशु सिंह, नरेंद्र सिंह, शैलु सिंह, सुशांत सिंह, मयंक सिंह, नमों नारायण सिंह ने उनके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया, मामला बिगडता देख दोनो वहां ने वहां से भागने का प्रयास किया पर सफल ना हो सके,जिसके बाद आदित्य ने अपने दोस्त के बड़े भाई माहल्ले के ही विशाल साहु को फोन कर मामले की जानकारी दी,जानकारी मिलते ही विशाल अपने दो दोस्तो के साथ मौक पर पहुंचा और मामला शांत कराने की कोशिश की पर मामला और बिगड़ गया,सत्यम सिंह औऱ उसके साथ खडे सभी लोग आदित्य और उसके साथियों पर हावी होने लगे और आदित्य के साथ मारपीट के दौरान गले में पहने चैन से उसका गला दबाने का प्रयास करने लगे,चैन से गला दबाने के कारण आदित्य के गले पर गहरी चोट के निशान भी आ गए,वही साथ में खडे ललित सोनी हिमांशु सिंह, नरेंद्र सिंह, शैलु सिंह, सुशांत सिंह, मयंक सिंह, नमों नारायण सिंह ने घर से धार दार हथियार निकाल कर आदित्य और उसके साथियों पर हमला करना शुरू कर दिया जिसमें आदित्य और स्वयम पाण्डेय को गंभीर चोटे भी आई हैं,मामला ज्यादा बिगडता देख आदित्य और उसके साथी वहां से कीसी तरह भागने लगे, सभी को भागता देख सत्यम सिंह और उसके साथी उनपर ईंट ,खप्पर और पत्थर से हमला करने लगे जिसमें कईयों को चोटे भी आई,इस दौरान कीसी तरह आदित्य और साथी वहां से जान बचाकर सीधे मणिपुर थाना पहुंचे,पीडितों ने मामले की जानकारी मणिपुर थाना प्रभारी को दी,पीडितों का आरोप हैं की उनके बातों को सुनने के बजाए उलटा उनके उपर ही केस दर्ज कर दिया गया, पीडितों की मांग की हैं की उनकी पक्ष को गंभीरता से लिया जाए, वारदात के जगह की सीसीटीव्ही फुटेज को खंगाला जाए और उसके आधार पर निश्पक्ष कार्यवाही की जाए



















