बलरामपुर: केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने एवं इनसे लाभ लेने वाले हितग्राहियों से संवाद करने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई विकसित भारत संकल्प यात्रा हितग्राहियों को शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करने में कारगर साबित हो रहा है।इसके अंतर्गत अब तक जिले में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविरों में कुल 99 हजार 696 लोग शामिल हुए हैं, जिसमें 32 हजार 953 लोगों की स्क्रीनिंग की गई तथा 26 हजार 274 की टीबी जांच, 11 हजार 854 का सिकलसेल की जांच की गई। इसके साथ ही 3202 लोगों ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना अंतर्गत पंजीयन कराया। इस तरह से विकसित भारत संकल्प यात्रा अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को लाभन्वित किया जा रहा है।


विकसित भारत संकल्प यात्रा अंतर्गत आज विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम पंचायत तातापानी में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा में संकल्प यात्रा रथ के आगमन होने पर ग्रामीणों ने पूजा-अर्चना कर पारंपरिक नृत्य से स्वागत किया। कार्यक्रम में सभी ने भारत को विकसित बनाने के लिए संकल्प लिया। इस मौके पर स्कूली छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। कार्यक्रम स्थल में विभिन्न विभागों द्वारा आम जनता को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के लिए स्टॉल भी लगाया गया, जिसमें संबंधित विभाग के अधिकारियों के द्वारा आम जनता को योजनाओं के संबंध में जानकारी दी गई। इसके अलावा शिविर में स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा आम लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवाईयॉ भी वितरित की गई। कार्यक्रम के दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं ने ’धरती करे पुकार’ की थीम पर नाट्य के माध्यम से रासायनिक खाद के उपयोग से मिट्टी में होने वाले दुष्परिणाम तथा इसके रोकथाम के उपाय और जैविक खाद के उपयोग से होने वाले लाभ के बारे में उपस्थित लोगों को विस्तृत जानकारी दी। साथ ही साथ उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत ग्रामीणों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने के लिए सामूहिक नृत्य कर दैनिक दिनचर्या में स्वच्छता को आत्मसात् करने का संदेश दिया।

मेरी कहानी-मेरी जुबानी के तहत् हितग्राहियों ने साझा किये अपने अनुभव
इस दौरान मेरी-कहानी, मेरी-जुबानी के अंतर्गत हितग्राहियों ने विभिन्न योजनाओं से उन्हें मिले लाभ के संबंध में जानकारी देते हुए योजनाओं से लाभ लेने प्रेरित किया। उज्ज्वला योजना से लाभान्वित हितग्राही श्रीमती नीलम गुप्ता और सीमा गुप्ता ने बताया कि पहले लकड़ियों के लिए जंगल जाना पड़ता था, इस लिए खाना बनाने की देरी से समय से बच्चे स्कूल नही पहुंच पाते थे। बारिश के दिनों में हालात और भी खराब हो जाते थे जब गीली लकड़ी से निकला धुंआ घर में भर जाता था, धुंए से बीमारी भी बढ़ रही थी। लेकिन उज्ज्वला योजना से गैस कनेक्शन मिलने पर अब काफी सहूलियत हुई है। लकड़ी और गोबर से छुटकारा मिला है तथा अब धुंआ रहित ईंधन से हालात सुधर गए हैं, बच्चे भी समय से स्कूल पहुंच रहे हैं। उन्होंने इस योजना के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। तातापानी निवासी फुलवंती महामाया महिला स्वयं सहायता से जुड़ी हैं वे कहती हैं कि इससे पहले उनकी आर्थिक स्थिति खराब थी, तभी समूह की दीदीयों ने बिहान में जुड़ने की सलाह दी और मैं समूह में जुड़ी, जिससे आज बेहतर जीवन जी रही हूँ। उन्हें राशनकार्ड, उज्जवला योजना, बीमा योजना का लाभ मिल रहा है। वे कहती हैं कि उन्हें जैविक खेती के लिए भी प्रशिक्षण मिला है जिसके माध्यम से वे जैविक खेती भी कर रही है, जिससे उन्हें सालाना 40 से 50 हजार रुपए का मुनाफा मिल रहा है। इसके लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही अन्य लाभान्वित हितग्राहियों ने अपने जीवन में हुए बदलाव को साझा किया।इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक, अधिकारी/कर्मचारीगण, स्कूल छात्र-छात्राएं तथा ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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