बलरामपुर: पशुधन विकास विभाग के उप संचालक ने बताया है कि राज्य शासन के निर्देशानुसार बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में रोका-छेका कार्यक्रम 06 जुलाई 2023 से प्रारंभ किया गया है। रोका-छेका कार्यक्रम अंतर्गत पशुधन विकास विभाग द्वारा गौठानों तथा गौठान ग्रामों में बहुउद्देशीय पशु चिकित्सा शिविर, पशुओं में विभिन्न प्रकार की होने वाली बीमारियों का टीकाकरण, कृमिनाशक दवा पान, औषधि वितरण, बधियाकरण, डि-टिकिंग आदि प्रकार के कार्य किए जा रहे हैं।
शासन के मंशानुरूप रोका-छेका कार्यक्रम अंतर्गत विभिन्न शिविरों में पशुपालकों को पशुधन से संबंधित के.सी.सी. के प्रकरण तैयार कर उन्हें बैंको के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। इस कार्यक्रम अंतर्गत पशु पालकों को यह समझाइश भी दिया जा रहा है कि खेती-किसानी के समय अपनें पशुओं को खुला न छोड़ें तथा खुले में छोड़े गये पशुओं से सड़क, मुख्य मार्ग, राजमार्ग आदि में होनें वाली दुर्घटनाओं के बारे में भी अवगत करा कर उन्हें पशुओं को बांध कर रखने की समझाइश दी जा रही है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में कुल 264 शिविरों का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 2326 पशुओं का उपचार किया गया। कुल 36 हजार 661 पशुओं में टीकाकरण कराया गया तथा 08 हजार 512 पशुओं के पशुपालकों को औषधि वितरण, 64 कृत्रिम गर्भाधान, 219 पशुओं का बधियाकरण एवं 06 हजार 824 पशुओं को कृमिनाशक दवापान कराया गया। राज्य शासन के निर्देशानुसार आगे भी रोका-छेका कार्यक्रम जारी रहेगा, जिसमें पशुओं एवं पशुपालकों को शिविर के माध्यम से लाभान्वित किया जाएगा।