अंबिकापुर: सेंट्रल जेल के एक बंदी की रविवार को इलाज के दौरान मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संदेहास्पद हालत में मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे परिजन ने शव को देखा तो चोट के निशान मिले। इस पर उन्होंने जेल प्रशासन पर उसके साथ मारपीट का आरोप लगाया है। परिजन का कहना है कि जब वह बीमार नहीं था तो उसका इलाज क्यों कराया जा रहा था। उन्होंने मामले की जांच की मांग की है।
जशपुर जिले के सन्ना थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कंदरई निवासी जगतपाल राजवाड़े पिता लक्ष्मण राजवाड़े 42 वर्ष को कुछ दिन पूर्व आबकारी एक्ट के मामले में स्थानीय पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जशपुर जेल दाखिल किया गया था।5 अप्रैल को तबियत खराब होने पर जेल प्रशासन द्वारा उसे केन्द्रीय जेल शिफ्ट किया गया था। केन्न्द्रीय जेल अंबिकापुर द्वारा उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान रविवार की सुबह उसकी मौत हो गई।इधर सूचना पर अंबिकापुर पहुंचे परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। मृतक की पत्नी फूलमती का कहना था कि जेल में उसके पति के साथ मारपीट की गई है, उसके दोनों घुटनों व शरीर में कई जगह चोट के निशान हैं।उसके पति को कोई बीमारी नही थी, फिर अस्पताल में किस चीज का इलाज चल रहा था। पति की बीमारी की सूचना उन्हें जेल प्रबंधन ने नहीं दी थी।