जगदलपुर: बस्तर में मूसलाधार बारिश के कारण नक्सल विरोधी अभियानों पर प्रभाव पड़ा है। लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे सुरक्षा बलों को अभियान स्थगित करने पर मजबूर होना पड़ा है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में फोर्स की मूवमेंट पहले ही चुनौतीपूर्ण होती है, और अब भारी बारिश ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया है। कई अभियान बारिश की वजह से स्थगित कर दिए गए हैं, और जवानों को सुरक्षित लौटने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
पुलिस अफसर भी इस बात का पूरा ध्यान रख रहे हैं कि बारिश की वजह से उत्पन्न हुई विषम् परिस्थिति वाले इलाकों में फिलहाल ऑपरेशन टाले जाएं ताकि किसी प्रकार की मुसीबत में जवान न फंसें। जहां अभियान प्रस्तावित है, उस इलाके की परिस्थिति और बारिश से निर्मित हालात की जानकारी लेने के बाद ही आगे की योजना तैयार की जा रही है।
पिछले एक पखवाड़े से अधिक समय से बस्तर में जोरदार बारिश हो रही है। औसत से अधिक बारिश होने के कारण नदी-नालों का जलस्तर खतरे के निशान को छूकर बह रहा है। ऐसे में एंटी नक्सल ऑपरेशन के लिए तैनात किए जाने वाले जवान दोहरे मोर्चे पर लड़ाई लड़ते हैं। नुकसान से बचने ऐहतियातन प्रस्तावित ऑपरेशंस को टाला जा रहा है। विषम् भौगोलिक परिस्थितियों वाले बस्तर में फोर्स के जवानों के समक्ष पहले ही चुनौतियां कम नहीं हैं।