जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर से आदिवासी ग्रामीणों को रोजगार पाने दूसरे राज्यों में पलायन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, हर रोज सैकड़ों की संख्या में बस्तर के ग्रामीण मजदूर रोजगार तलाशने के लिए दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं और यहां ठेकेदारों के शोषण का शिकार हो रहे हैं . दरअसल हैदराबाद के रंगारेड्डी जिले में बस्तर जिले के 5 मजदूरों को बंधक बनाए रखने के बाद अब परिजनों को राहत मिली है। प्रशासन की टीम ने सभी को छुड़वा लिया है। जिसे परिजनों के चेहरे में खुशी लौटी है।
आपको बता दे कि बस्तर के 19 मजदूर हैदराबाद और कर्नाटक में बंधक थे। हैदराबाद में बस्तर जिले के नक्सल प्रभावित दरभा ब्लाक के मुंडागढ़ गांव के 5 मजदूरों के अलावा महाराष्ट्र और बिहार के भी मजदूर थे। ठेकेदार ने इनके साथ जमकर मारपीट की और खाने के लिए भी कुछ नहीं दिया। बस्तर जिला प्रशासन की टीम अगर समय पर नहीं पहुंचती तो इनकी स्थिति बिगड़ सकती थी।
बस्तर जिला प्रशासन ने सभी से अपील की है कि वे अधिक मजदूरी के लालच में दूसरे राज्यों में न जाएं। यदि जाते भी हैं तो कम से कम पंचायत को इस बात की पूरी सूचना दें ताकि यदि कोई आपात स्थिति बनती है तो तत्काल पीड़ितों तक पहुंचा जा सके।
बस्तर के मजदूर जब भी मजदूरी करने बाहर जाते हैं, हमेशा उनका शोषण होता है। इसके बाद भी अधिक पैसों के लालच में आदिवासी मजदूर दूसरे राज्यों में जाते हैं और फिर विपरीत स्थितियों का सामना करते हैं।