रायपुर: महादेव बुक ऑनलाइन सट्टा मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। राज्य ब्यूरो द्वारा की गई विस्तृत जांच के तहत इस संगठित अपराध से जुड़े तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। ये आरोपी अलग-अलग राज्यों में फैले ओटीपी सेंटरों के माध्यम से ऑनलाइन सट्टेबाजी का संचालन कर रहे थे।
ब्यूरो ने चार राज्यों—बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़—में एक साथ रेड की और भिलाई निवासी अतुल सिंह परिहार, विश्वजीत राय चौधरी, और बिहार के ग्राम मंगीतपुर निवासी भारत ज्योति पाण्डेय को गिरफ्तार किया। इनके पास से 100 से अधिक मोबाइल फोन, लैपटॉप, और 500 से अधिक सिम कार्ड जब्त किए गए हैं। ये सिम कार्ड देशभर में चल रहे लगभग 500 पैनलों से जुड़े थे, जो ऑनलाइन सट्टा संचालन के लिए इस्तेमाल होते थे।
इन आरोपियों ने अलग-अलग राज्यों में ओटीपी सेंटर स्थापित किए थे, जिनका उपयोग महादेव बुक से जुड़े ऑनलाइन प्लेटफार्मों जैसे रेड्डी अन्ना, फेयर प्ले, लोटस, लॉयन बुक, डायमंड बुक, और अन्य के संचालन के लिए किया जाता था। इन सेंटर्स में सिम कार्ड्स को फिजिकली एक्टिव रखा जाता था, जबकि उनका व्हाट्सअप संचालन दुबई स्थित हेड ऑफिस से होता था। इन सिम कार्ड्स का उपयोग सट्टेबाजों को ऑटोमैटेड मैसेज भेजने के लिए किया जाता था, जिसमें उन्हें किस खाते में पैसे जमा करने और सट्टा खेलने की आईडी प्राप्त करने के निर्देश दिए जाते थे।
यह महादेव बुक के खिलाफ इस प्रकार की पहली बड़ी कार्यवाही है। आरोपियों से प्राप्त सिम कार्ड्स और अन्य उपकरणों से ब्यूरो को महादेव बुक से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिनसे आगे की जांच में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड में लिया गया है, और उनसे पूछताछ जारी है।
इस ऑपरेशन ने ऑनलाइन सट्टेबाजी के संगठित नेटवर्क को उजागर करने में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, और इससे इस गोरखधंधे में शामिल अन्य लोगों तक पहुंचने की दिशा में नई राहें खुल सकती हैं।ब्यूरो इस मामले की गहनता से जांच कर रहा है और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि इस अवैध गतिविधि में शामिल सभी दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाए।