
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान को बड़ी सफलता मिली है। सोमवार को PLGA बटालियन नंबर 01 के पीपीसीएम 8 लाख रुपये के इनामी नक्सली देवा पदम ने अपनी पत्नी के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। इसके साथ ही AOB डिवीजन एवं पामेड़ एरिया कमेटी के 28 लाख रुपये के 9 इनामी माओवादी समेत कुल 19 नक्सलियों ने समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला लिया।
समर्पण करने वालों में PLGA बटालियन के PPCM-02, पामेड़ एरिया कमेटी के ACM-01, AOB डिवीजन की प्लाटून नंबर 01 की पार्टी सदस्या, मिलिशिया प्लाटून कमांडर, जनताना सरकार अध्यक्ष, डीएकेएमएस अध्यक्ष, मिलिशिया प्लाटून डिप्टी कमांडर और अन्य सदस्य शामिल हैं। माओवादियों के आत्मसमर्पण के पीछे बीजापुर जिले में हो रहे विकास कार्य, नक्सल प्रभावित इलाकों में नए सुरक्षा कैम्पों की स्थापना और शासन की पुनर्वास नीति बड़ी वजह रही। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, बिजली, पानी और परिवहन की बेहतर सुविधाओं ने नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित किया।
बीजापुर पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि”नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में शामिल होने और पुनर्वास योजना का लाभ उठाने का मौका दिया जा रहा है। आत्मसमर्पण करने वालों को 25-25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है। नक्सली संगठन में आंतरिक मतभेद, विचारधारा से मोहभंग और लगातार बढ़ते पुलिस दबाव के कारण बड़ी संख्या में माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं।”वर्ष 2025 में अब तक 84 – माओवादियो ने आत्मसमर्पण, 137- माओवादी गिरफ्तार एवं 56 माओवादी अलग अलग मुठभेड़ में मारे गए है।



















