दन्तेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।03 ईनामी सहित 35 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।आत्मसमर्पित सभी माओवादी नक्सली बंद के दौरान रोड़ खोदना, पेड़ काटना एवं नक्सली बैनर पोस्टर लगाने की घटनाओं में शामिल थे।
दरअसल नक्सल उन्मूलन अभियान तथा शासन की ‘‘पुनर्वास नीति’’ के तहत विगत कुछ माह में जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद किया जा रहा है साथ ही प्रशासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गाँव गाँव तक किया जा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप यह बदलाव माओवादी कैडर में दिखाई दे रहा है और बड़ी संख्या में माओवादी कैडर का आत्मसमर्पण देखने को मिल रहा है।
नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प करके 35 माओवादियों ने आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर करते हुये लोन वार्राटू (घर वापस आईये) अभियान के तहत 05 मई को पुलिस उप महानिरीक्षक दन्तेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप पुलिस उप महानिरीक्षक (परि0) सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा रेंज विकास कठेरिया, पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा गौरव राय द्वितीय कमान अधिकारी (परि0) सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा रेंज अनिल कुमार झा, द्वितीय कमान अधिकारी विवेक कुमार सिंह 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा रामकुमार बर्मन के समक्ष पुलिस कार्यालय दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण किये।