रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। दरअसल प्रदेश के दिग्गज नेता नंद कुमार साय ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। उन्होंने सीएम भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्ता ली है। बता दें कि एक दिन पहले उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था और इस दौरान उन्होंने भाजपा पर उपेक्षा करने का आरोप लगाया था।
प्रदेश पदाधिकारियों को रविवार देर शाम को आनन-फानन में फोन करके सुबह राजीव भवन पहुंचने का निर्देश दिया गया। हालांकि साय कांग्रेस में शामिल होने की किसी भी वरिष्ठ नेता ने पुष्टि नहीं की है। इस बीच, साय के इस्तीफे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टिप्पणी की है। सीएम बघेल ने साय के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा कि नंदकुमार साय ने अपने साथ-साथ आदिवासियों के मन की बात भी कह दी। सीएम बघेल ने यह बात आदिवासी विरोधी भाजपा हैशटैग के साथ कही है।
साय के इस्तीफे के बाद कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा देश में आदिवासियों की उपेक्षा कर रही है, उनका शोषण कर रही है। नंदकुमार साय ने पार्टी के लिए खून पसीना लगाया, उनका इस्तीफा इस बात का धोतक है कि देश के बड़े वर्ग के साथ अन्याय हुआ। इससे पहले विश्व आदिवासी दिवस के ही दिन आदिवासी नेता विष्णुदेव साय को भी पद से हटाया गया था।
नंदकुमार साय सरगुजा की राजनीति में काफी अहम भूमिका में रहे हैं। भाजपा के कद्दावर नेता दीलिप सिंह जूदेव के करीबी रहे नंदकुमार तीन बार विधायक और तीन बार सांसद रहे हैं। एक बार उनको पार्टी ने राज्यसभा भी भेजा था।