रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के निर्देश पर एसीबी ने अमल तेज कर दिया है। मुख्यमंत्री ने एसीबी को फ्री हैंड देते हुए भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए अफसरों को निर्देश दिए थे। एसीबी ने अभी तक दो दर्जन अधिकारियों, कर्मचारियों को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए जेल भेज चुकी है। इनमें एसडीएम से लेकर ज्वाइंट डायरेक्टर, एसई, ईई और कई तहसीलदार और पटवारी शामिल हैं।

धमतरी के नायब तहसीलदार हुए ट्रेप

एसीबी टीम ने आज धमतरी के नायब तहसीलदार क्षीरसागर बघेल को 50 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। कागजी कार्रवाई के बाद कल उन्हें कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा। जाहिर है, रंगे हाथ ट्रेप होने पर तीन महीने से पहले जमानत नहीं मिलती। अफसरों ने बताया कि रेवेन्यू केस में धमतरी नायब तहसीदार 50 हजार रिश्वत मांग रहे थे। इसकी शिकायत एसीबी में हुई और एसीबी टीम ने जाल बिछाकर आज नायब तहसीलदार को पकड़ लिया।

महिला थाना टीआई को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

इससे पहले छत्तीसगढ़ एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुये राजधानी रायपुर की महिला थाना टीआई को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। महिला टीआई का नाम वेदवती दरियो हैं। 498 के मामले में प्रार्थिया प्रीति बंजारे से उसके पति के खिलाफ एफ़ाइआर दर्ज करने के नाम महिला थाना प्रभारी ने 50 हजार रूपये की मांग की थी। जिसके बाद 35 हजार हजार में सौदा हुआ। चूँकि पीड़िता पैसा नहीं देना चाहती थी, इसलिए उसने इसकी शिकायत एसीबी में की। और एसीबी ने आज देर शाम जाल बिछाकर महिला टीआई को ट्रेप कर लिया।

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