बिलासपुर: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन (SECR) में लगातार ट्रेनों को रद्द करने को लेकर एक बार फिर आक्रोश भड़क गया है। इसे छत्तीसगढ़ के यात्रियों के साथ अन्याय बताते हुए कांग्रेसी मंगलवार को सड़क पर उतर गए और जमकर नारेबाजी की है। इस दौरान उन्होंने रेल मंत्री का पुतला दहन किया और ट्रेनें बहाल नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

कोरोना काल के बाद से देश भर में ट्रेनें बहाल हो गई है। लेकिन, छत्तीसगढ़ में SECR की ओर से पिछले 7-8 महीने से ट्रेनों को लगातार बंद करने का सिलसिला जारी है। बीते दिनों रेलवे जोन संघर्ष समिति और शहरवासियों के विरोध प्रदर्शन के बाद रेलवे ने जुलाई महीने में बड़ी संख्या में ट्रेनों को बहाल किया था। लेकिन, महज एक माह के भीतर रेलवे ने अगस्त से किश्तों में हर सप्ताह 60 से अधिक ट्रेनों को रद्द करते आ रहा है। सोमवार को रद्द ट्रेनों को बहाल किया जाना था। इससे पहले ही रेलवे ने फिर से 58 ट्रेनों को रद्द करने का फरमान जारी कर दिया।

सोमवार को ट्रेनों को रद्द करने रेलवे के फैसले के खिलाफ बिलासपुर में फिर से आक्रोश भड़कने लगा है। रेलवे के खिलाफ मंगलवार को कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए और प्रधानमंत्री और रेल मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सत्यम चौक में रेल मंत्री का पुतला फूंका।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अभय नारायण राय ने कहा कि बिलासपुर सांसद और नवनियुक्त भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को ट्रेनें बहाल करने के लिए ध्यान देना चाहिए। केंद्र में उनकी सरकार है और छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्व के समय ट्रेनों को कैंसिल करना रेलवे की मनमानी है। उन्होंने कहा कि रेलवे को यह नहीं भूलना चाहिए कि बिलासपुर की जनता ने जनसंघर्ष कर रेलवे जोन को पाया है और इसके लिए रेलवे को करोड़ों का नुकसान भी उठाना पड़ा। रेलवे का यही रवैया रहा तो शहर की जनता फिर से उग्र आंदोलन कर ट्रेनों को बहाल कराएगी। रेलवे के आला अधिकारी शहर की जनता को उग्र आंदोलन के लिए न उकसाए। उन्होंने शीघ्र ट्रेनों को बहाल नहीं करने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। इस दौरान कांग्रेस नेता महेश दुबे टाटा, जावेद मेनन, धर्मेश शर्मा, समीर अहमद बबला, शेरू असलम सहित कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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