भिलाई: महादेव बुक सट्टा एप से जुड़े हवाला व मनी लांड्रिंग के मामले की जांच के लिए ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की टीम ने सोमवार को शहर में एक साथ कई स्थानों पर दबिश दी। ईडी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी व पटाखा कारोबारी सुरेश धिंगानी, सौरभ चंद्राकर के बिजनेस पार्टनर दीपक सावलानी सहित अन्य लोगों के घरों पर जांच के लिए पहुंची। ईडी के अधिकारी सभी से पूछताछ कर रहे हैं। आदर्श आचार संहिता लगने के बाद ईडी की ये पहली बड़ी कार्रवाई है।
ईडी के अधिकारी सोमवार की सुबह करीब छह बजे पटाखा कारोबारी सुरेश धींगानी के पदुम नगर भिलाई-3 स्थित आवास पर पहुंचे। वहां पर सुरेश धींगानी और उसके बेटे बंटी धिंगानी से पूछताछ शुरू की। सुरेश धिंगानी के समधी व चावल कारोबारी सुरेश कुकरेजा के उत्सव भवन के पास सुंदर नगर स्थित घर पर भी ईडी की टीम पहुंची। इसके साथ ही नेहरू नगर ईस्ट निवासी दीपक सावलानी और उसके भाई गिरीश सावलानी के घर पर भी ईडी के अधिकारी पहुंचे।
दीपक सावलानी सट्टा किंग सौरभ चंद्राकर का बिजनेस पार्टनर है और उसके काले धन को विभिन्न व्यवसाय में लगाकर उसे सफेद करने का काम कर रहा था। इनके अलावा ईडी के अधिकारी सत्यम जींस दूल्हे राजा कपड़ा दुकान के संचालक विकास बत्रा और भरत मेडिकल स्टोर सुपेला के संचालक भरत रावलानी के घर पर भी पहुंचे हैं। सभी से हवाला के माध्यम से की जा रही मनी लांड्रिंग की जांच की जा रही है।यहां बता दें कि नेहरू नगर ईस्ट निवासी दीपक सावलानी निगम का बड़ा ठेकेदार है। वो काफी लंबे समय से भिलाई और हाल ही में बने रिसाली निगम में शासकीय काम ठेके पर लेकर करता रहा है। शहर में लगे अधिकांश झूले और फिसलपट्टी दीपक सावलानी के ही लगाए हुए हैं। वो सौरभ चंद्राकर का बिजनेस पार्टनर है। नेहरू नगर में सौरभ चंद्राकर की एक संपत्ति है, जहां पर कुछ महीने पहले तक चौपाटी चल रही थी। दीपक सावलानी चौपाटी में सौरभ चंद्राकर का पार्टनर था और जूस फैक्ट्री में भी साझेदार है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दीपक सावलानी ने जयदीप नाम से पासपोर्ट बनवाया था और दुबई गया था। वो करीब साल भर सौरभ चंद्राकर के साथ दुबई में रहा और वहां से वापस लौटकर उसके काले धन को अलग अलग बिजनेस में निवेश कर रहा था। दीपक सावलानी के भाई गिरीश सावलानी की आकाशगंगा सुपेला में राम ट्रेडर्स नाम की मोबाइल की दुकान है।