रायपुर। छत्तीसगढ़ में नई सरकार सरकार गठन करने का जनादेश रविवार को आएगा। कांग्रेस दोबारा सत्ता में आती है या फिर भाजपा अपने पांच साल के वनवास को पूरा करके सत्ता में लौटती है, यह निर्णय ईवीएम में डाले गए 1.55 करोड़ मतदाताओं के मतों से होगा।
मतगणना सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगी। 1,181 प्रत्याशियों के भाग्य की ईवीएम खुलने ही रुझान मिलना शुरु हो जाएगा। इसी के साथ प्रदेश में दिग्गज नेताओं के भविष्य पर भी फैसला होना है। प्रदेश में कांग्रेस से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, विधानसभा के अध्यक्ष डा. चरणदास महंत, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष व सांसद दीपक बैज समेत अन्य 12 मंत्रियों की साख दांव पर है।इसी तरह से भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह समेत उनके कैबिनेट के 16 पूर्व मंत्री और भाजपा के चार सांसदों में सांसद व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद अरुण साव, सांसद विजय बघेल, केंद्रीय राज्यमंत्री व सासंद रेणुका सिंह, सांसद गोमती साय समेत अन्य के भविष्य पर भी निर्णय होना है। जहां एक तरफ दिग्गज चुनावी मैदान में हैं वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भाजपा के 79 नए चेहरों की भी अग्नि परीक्षा है।
दरअसल, भाजपा ने 47 सीटों पर नए चेहरे उतारे हैं जो कि कुल विधानसभा की 90 सीटों का 52 प्रतिशत है, इनमें भी 37 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनकी आयु 50 वर्ष से कम है। वहीं कांग्रेस 32 नए चेहरों पर दांव खेला है, जो कुल सीटों का लगभग 34 प्रतिशत है।प्रदेश की 90 में से 71 सीटों में इस बार मतदान बढ़ा है। इनमें 51 सीटें ऐसी हैं जहां महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत वर्ष 2018 की तुलना में बढ़ा है। इससे कांग्रेस-भाजपा दोनों ही पार्टियां उत्साहित हैं और दावा है कि तीन दिसंबर काे मतगणना के बाद परिणाम उनके अनुकूल आएगा।
मनेंद्रगढ़ और भिलाई नगर में सबसे पहले परिणाम
सबसे कम राउंड की मतगणना मनेंद्रगढ़ और भिलाई में 12 राउंड की होगी। यहां सबसे पहले नतीजे आएंगे। जबकि मस्तुरी और जशपुर में सबसे अधिक 24 राउंड में मतगणना होने से परिणाम आखिरी में आ सकता है।