बिलासपुर: हसदेव के जंगल को बचाने के लिए अब गोंडवाना स्टुडेंट्स यूनियन ने उग्र आंदोलन करने का एलान कर दिया है। आरोप लगाया है कि सरकार ने फर्जी ग्राम सभा दस्तावेज तैयार कर पेड़ों को काटने की तैयारी कर रही है। जंगल काटने के प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग की है। निरस्त नहीं करने की स्थिति में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है। सोमवार को स्टूडेंट्स यूनियन ने कलेक्टर सौरभ कुमार से मुलाकात कर चर्चा की।
स्वप्निल मानसमणि मरावी ने अपनी शिकायत में बताया कि फर्जी ग्राम सभा दस्तावेज के आधार कोल ब्लाक परसा और परसा ईस्ट केते वासन चरण-2 को खोलने की स्वीकृति जारी की गई है। इसका हसदेव समेत पूरे छत्तीसगढ़ के लोग मार्च से अनिश्चित कालीन हड़ताल कर रहे हैं। जबकि छत्तीसगढ़ विधानसभा में सर्व सम्मति से हसदेव आरण्य कोयला खदानों को निरस्त करने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके बाद भी परसा ईस्ट केते वापस चरण-2 खदान के लिए पेड़ों की कटाई करने की तैयारी की जा रही है। स्टुडेंट्स यूनियन की मांग है कि हसदेव जंगल के एक भी पेड़ न काटा जाए।
हसदेव जंगल को काटने की सूचना जारी होने के बाद से बिलासुपर के नेहरू चौक स्थित कोन्हेर गार्डन में पर्यावरण प्रेमियों से लेकर पूरे जिलेभर के लोग अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे हैं। यहां युवा, महिला, पुरुष, वरिष्ठ नागरिक भी जंगल को बचाने के लिए सरकार तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं। हालांकि अभी सरकार जंगल को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही है। लेकिन पूरे प्रदेश से पेड़-पौधों को बचाने के लिए लोग आगे आ रहे हैं। अपने अपने शहर में रैली निकाल रहे हैं। ताकि शासन अपने फैसला को बदल सके।