बिलासपुर: भ्रष्टाचार के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुए एन्टी करप्शन ब्यूरो ने 22 अप्रैल को अमित दुबे, ब्रांच मैनेजर एवं आशुतोष तिवारी, कैशियर, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्या० शाखा पाली, जिला कोरबा को 5000 रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया।
जानकारी के अनुसार रामनोहर यादव ग्राम धंवरा डोंगरी बतरा, जिला कोरबा का निवासी है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्या० शाखा पाली, जिला-कोरबा में उसके द्वारा बेचे गये धान का भुगतान, जो लगभग 5 लाख रू० था, जिसके आहरण के लिये 7500 रू० रिश्वत की मांग आरोपीगण अमित दुबे, ब्रांच मैनेजर एवं आशुतोष तिवारी, कैशियर द्वारा की गई थी। प्रार्थी द्वारा इसकी शिकायत एन्टी करप्शन ब्यूरो, बिलासपुर में की गई। शिकायत सत्यापन पश्चात् 24.04.2024 को योजनाबद्ध तरीके से ट्रेप आयोजित किया गया। प्रार्थी आरोपीगण को रिश्वत देने के लिये बैंक कार्यालय गया जहां आरोपीगण द्वारा सावधानी बरतते हुए, रिश्वती रकम न लेते हुए, 5 लाख रुपए आहरण राशि से रिश्वती रकम 5000 रू० काटकर प्रार्थी को शेष राशि दी गई। जिस पर एसीबी० की टीम द्वारा कार्यवाही कर कैशियर से रिश्वत की राशि बरामद की गई। घटना में दोनों आरोपियों की संलिप्तता पाए जाने से दोनों ही आरोपियों के विरूद्ध धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (यथासंशोधित अधिनियम 2018)के तहत गिरफ्तार किया गया है।
एन्टी करप्शन ब्यूरो, छत्तीसगढ़ के सभी नागरिकों से अपील करती हैं कि रिश्वत/भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतें हमारे ई-मेल, टोल-फ्री नंबर (1064) अथवा स्वयं कार्यालय में उपस्थित होकर कर सकते हैं ।