कांकेर।छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में नक्सलियों ने एक बार फिर जमकर उत्पात मचाया। खबरों के अनुसार पखांजूर में नक्सलियों ने तेंदूपत्ता फड़ में आग लगा दी।नक्सलियों ने तेंदूपत्ता के 500 बोरी में आग लगा दी है। आग में 500 बोरी तेंदूपत्ता जलकर राख हो गया है। नक्सलियों ने मौके पर पर्चे भी फेंके है।
इससे पहले चारामा के ग्राम कहाड़गोंदी और पुरी के तेंदूपत्ता संग्रहण केंद्र में रखे तेंदूपत्ता की गड्डी को अज्ञात लोगों के द्वारा आग लगा दी गई। पहले पूरी संग्रहण केंद्र और उसके बाद कहाड़गोदी केंद्र में जाकर पत्तों में आग लगा दी। हजारों गड्डियां जलकर राख हो गई। लोग इसे नक्सलियों की हरकत बता रहे। हालांकि पुलिस इस बात से इनकार कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार पूरी संग्रहण केंद्र में शुक्रवार की रात्रि 11 बजे पांच अज्ञात लोग आकर वह सो रहे मजदूरों को जगाकर संग्रहण केन्द्र में रखे 53450 तेंदूपत्ता की गड्डी में पेट्रोल डालकर आग लगा दी। देखते ही देखते कुछ मिनट में ही पूरी गड्डियां जलकर राख हो गई, वहीं लगभग 12 बजे कहाड़गोदी केंद्र में 74.15 मानक बोरा यानी 23960 गड्डी को भी आग के हवाले कर दिया गया, जिसकी जानकारी वहा उपस्थित मजदूरों के द्वारा क्रेता नाज ट्रेडिंग कंपनी सूरजपुर को दी।जिसके बाद वे रात्रि में ही दोनों घटना स्थल पर पहुंचे और तत्काल चारामा थाने में और वन विभाग को घटना की जानकारी दी। विभाग द्वारा दूसरे दिन शनिवार की सुबह सात बजे घटना स्थल पर पहुंचे, पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंची। वहीं घटना स्थल से कुछ पर्चे भी मिले। जो कि भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी माओवादी कुएंमारी एरिया कमेटी के नाम से फेंके गए, जिसमें कई शासन प्रशासन की आदिवासी और गरीब जनता के शोषण की बात कही गई।लोग इसे नक्सलियों की हरकत बता रहे। जबकि पुलिस, वन विभाग और ग्रामीण इस बात से इंकार कर रही की। ये नक्सलियों की हरकत नहीं हैं। और पहली नजर मैं किसी बदमाश के द्वारा ये सब किया जाना प्रतीत हो रहा हैं। वन विभाग और पुलिस ने दोनों घटनाओं की जानकारी लेकर अलग-अलग पंचनामा और शिकायत दर्ज कर जांच शुरू दी है