दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के सुकमा और दंतेवाड़ा जिले की सीमा पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। बताया जा रहा है कि सर्चिग से लौट रहे जवानों पर नक्सलियों ने फायरिंग की। हालांकि, जवाबी कार्रवाई में सारे नक्सली भाग निकले। मौके से जवानों ने हथियार और विस्फोटक समेत अन्य सामान बरामद किया है। घटना जगरगुंडा थाना क्षेत्र की है।
जानकारी के मुताबिक, दंतेवाड़ा के अरनपुर से DRG, CRPF और बस्तर फाइटर्स के जवान दंतेवाड़ा और सुकमा जिले की सीमा पर सर्चिग ऑपरेशन पर निकले थे। जवान बड़ेपल्ली, बेनपल्ली, परलगट्टा, गोंदपल्ली और उरसागल क्षेत्र के जंगल की सर्चिग कर लौट रहे थे। इसी बीच बड़ेपल्ली और परलगट्टा के जंगलों में नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी।नक्सलियों की ओर से हो रही फायरिंग के बाद जवानों ने भी मोर्चा संभाला और मुंहतोड़ जवाब दिया। करीब आधे घंटे तक दोनों तरफ से गोलीबारी हुई। जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग निकले। इसके बाद जवानों ने इलाके की सर्चिग की। यहां से हथियार समेत विस्फोटक सामान बरामद किया गया है।
नक्सलियों ने इस इलाके में अपना कुछ सामानभी डंप कर रखा था, जिसे सर्चिग के दौरान बरामद किया गया है। गुरुवार देर शाम दंतेवाड़ापुलिस ने इस मुठभेड़ का खुलासा किया। दंतेवाड़ा 1 के ASP आर के बर्मन ने बताया कि मौके से 12बोर की एक बंदूक, 12 बोर के 8 राउंड, पिट्ठू,ढपली, नक्सली साहित्य, नक्सली वर्दी समेत अन्यसामान बरामद हुआ है।
दरअसल, यहां अरनपुर-जगरगुंडा तक सड़क निर्माण का काम चल रहा है। वर्तमान में कमारगुड़ा तक सड़क बन गई है। कमारगुड़ा से जगरगुंडा तक सड़क निर्माण का काम जारी है। ये पूरा इलाका नक्सलियों का गढ़ है। इसे नक्सलियों की घाटी भी कहा जाता है। केशकाल घाटी के आकार की तरह सड़क का निर्माण हुआ है, आगे काम जारी है। यहां सड़क निर्माण के दौरान भारी संख्या में सुरक्षाबलों का पहरा रहता है।