जशपुर: टीसी के बदले पहाड़ी कोरवा महिला से 10 हजार रुपए और बकरा मांगने के आरोप से घिरे निजी स्कूल गुरुकुल संस्कृत स्कूल की मान्यता को जिला शिक्षा अधिकारी ने समाप्त कर दिया है। हालांकि जारी किए गए आदेश में डीईओ ने स्कूल के मापदंड के अनुरूप न होना बताया गया है।
जानकारी के लिए बता दें कि शिक्षा जगत को शर्मसार कर देने वाला यह मामला एक दिन पूर्व उजागर हुआ था। बगीचा ब्लाक के आम्बाडिपा गांव में संचालित इस स्कूल के संचालक फूल कुमार यादव पर इसी गांव की रहवासी महिला पार्वती बाई ने आरोप लगाया कि उसकी कक्षा 7 वीं और 8 वीं में पढ़ने वाली बेटियों की टीसी जारी करने के लिए यह मांग की थी। बगीचा के बीईओ से की गई शिकायत में पीड़ित महिला ने बताया था कि गरीबी के कारण वह स्कूल का फीस जमा नहीं कर पा रही थी। इसलिए वह अपनी बेटियों के एडमिशन सरकारी आश्रम शाला में कराना चाहती थी। लेकिन स्कूल संचालक द्वारा रुपए और बकरा देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। बीते 12 दिनों से वह टीसी के लिए स्कूल का चक्कर काट रही थी। लेकिन स्कूल प्रबंधक अपनी मांग पर अड़ा हुआ था।
मीडिया में मामला उजागर होने के बाद कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने मामले की जांच का निर्देश डीईओ जेके प्रसाद को दिया था। डीईओ ने कल ही बगीचा के बीईओ आरएल कोसले को मामले की जांच के लिए अम्बाटोली भेजा था। बीईओ की रिपोर्ट के बाद मान्यता समाप्त करने की कार्रवाई की गई है।