रायपुर: छत्तीसगढ़ के चुनावी समर में पार्टी से बगावत करने वाले नेताओं पर कार्रवाई शुरू हो गई है। कांग्रेस ने जहां 15 बागियों को पार्टी से निकाला है वहीं भाजपा ने भी छह बागी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इन नेताओं को छह-छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 15 बागी प्रत्याशियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। बागी होकर चुनाव लड़ने व बागियों का साथ देने के लिए अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के 15 सदस्यों के पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित किया गया है। इनमें राजधानी से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आनंद कुकरेजा सहित अन्य प्रत्याशी शामिल हैं। इस संबंध में पार्टी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) से मंजूरी मिलने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने निष्कासन आदेश जारी कर दिया है।
ये हुए निष्कासित
कांग्रेस नेताओं में आनंद कुकरेजा, सागर दुल्हानी (रायपुर उत्तर), अजहर अली (वैशाली नगर), प्रभातबेला मरकाम(सामरी),महेंद्र सिदार (लैलुंगा),बिंदू यादव, सागर सिंह बैस,सूरज बर्मन (लोरमी), शिव ध्रुव, निर्मल दिवाकर (बिल्हा),गुड्डू महाराज (जांजगीर), गोरेलाल बर्मन (पामगढ़), किस्मतलाल नंद (सरायपाली), मनोज आडिल(कसडोल), मनोहर साहू (भाटापारा) शामिल है।
भाजपा से ये नेता हुए बाहर
कांग्रेस की तरह भाजपा के भीतर भी विधानसभा चुनाव के दौरान बगावत देखने को मिली है। रासयपुर की भाजपा नेत्री सावित्री जगत को पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासत कर दिया गया है। सावित्री समेत छह नेताओं पर कार्रवाई हुई है। इनके अलावा खेदूराम साहू, रामबाई देवांगन, मुरली साहू, मिथलेश साहू, भगवती साहू के नाम शामिल हैं। इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने आदेश जारी कर दिया है।