बिलासपुर। राज्य की सत्ता पर वापसी के लिए भाजपा की मशक्कत शुरू हो गई है। प्रदेश व्यापी परिवर्तन यात्रा पर दिग्गज भाजपाई निकल पड़े हैं। दंतेवाड़ा और जशपुर से दो परिवर्तन यात्रा निकल पड़ी है। 28 सितंबर को न्यायधानी में दोनों यात्राएं पहुंचेगी। समापन अवसर पर सभा का आयोजन किया जाएगा।दिग्गज भाजपा नेताओं की मौजूदगी रहेगी। परिवर्तन यात्रा में व्यस्तता के चलते भाजपा की दूसरी सूची में विलंब बताया जा रहा है। चर्चा है कि यात्रा के समापन के बाद दूसरी सूची आएगी। बिलासपुर संभाग की सीटों को लेकर भी अटकलों का दौर चल रहा है। दावेदारों की सक्रियता भी इसी अंदाज में बढ़ने लगी है।

प्रदेश की राजनीति में बदलाव को लेकर सबसे अहम महत्वाकांक्षी अभियान में भाजपाई रणनीतिकारों ने फोकस करना प्रारंभ कर दिया है। परिवर्तन यात्रा के जरिए माहौल बनाने मशक्कत कर रहे हैं और अपनी ताकत भी झोंक रहे हैं। यात्रा की शुरुआत आदिवासी इलाकों से की गई है।

एक यात्रा बस्तर से तो दूसरी यात्रा की शुरुआत जशपुर से की गई है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो बस्तर और सरगुजा संभाग में भाजपा की स्थिति बेहद खराब रही है। यात्रा का उद्देश्य भी साफ है। हारी सीटों पर अपनी स्थिति मजबूत करने और प्रदेश में परिवर्तन की लहर पैदा करने की कोशिश शुरू हो गई है। शीर्ष नेतृत्व से लेकर प्रदेश भाजपा से दिग्गजों का पूरा ध्यान यात्रा पर है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अब दो महीने ही शेष बचे हैं। टिकट की टिक-टिक शुरू हो गई है। भाजपा ने प्रदेश के 21 विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारों की घोषणा कर सत्ताधारी दल को चौंकाया था। सत्ताधारी दल के अलावा भाजपा के दिग्गजों को भी आश्चर्य लगा था। जिस अंदाज में भाजपाई रणनीतिकारों ने प्रत्याशियों की पहली सूची घोषित कर बाजी मारी थी,अंदाज लगाया जा रहा था कि सितंबर के पहले पखवाड़े थे अधिकांश सीटों की उम्मीदवारी घोषित कर दी जाएगी। शुरुआती बढ़त के बाद जिस तरह आधा दर्जन सीटों में प्रत्याशी चयन को लेकर नाराजगी सामने आएगी इसे देखते हुए शीर्ष नेतृत्व के अलावा रणनीतिकारों ने अब फूंक-फूंक कर कदम रखना शुरू कर दिया है। चर्चा इस बात की भी है कि परिवर्तन यात्रा के इस दौरान लोगों की नाराजगी दूर करने के साथ ही यात्रा पर फोकस करेंगे। यात्रा से बनने वाले माहौल और मिलने वाले फीडबैक के आधार पर उम्मीदवारी की घोषणा की अटकलें लगाई जा रही है।

बिलासपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले बिलासपुर,मुंगेली,गौरेला पेंड्रा मरवाही,जांजगीर-चांपा,कोरबा ,रायगढ़ व सारंगढ़ जिले के अंतर्गत 24 विधानसभा क्षेत्र को शामिल किया गया है। बिलासपुर जिले की छह में से तीन,मुंगेली जिले की दो में से एक,जांजगीर-चांपा जिले के छह में से तीन व कोरबा जिले के चार में से एक विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का कब्ज है। रायगढ़ व सारगंढ़ जिले की सभी सीटों पर कांग्रेस के विधायक काबिज हैं। प्रथम चरण में जिन 21 सीटों के लिए प्रत्याशी की घोषणा की गई है उसमें कोरबा व रायगढ़ जिले की तीन सीट शामिल है। दावेदार के साथ ही कार्यकर्ताओं के बीच भी सूची को लेकर चर्चा जोर पकड़ने लगी है।

संगठन महामंत्री पवन साय का कहना है कि प्रदेश में फिलहाल परिवर्तन यात्रा चल रही है। शीर्ष नेतृत्व से लेकर प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की नजर यात्रा पर टिकी हुई है। जाहिर है यात्रा के बाद ही दूसरी सूची आएगी।प्रदेश भाजपा घोषणा पत्र समिति के सह संयोजक व पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल प्रदेश व्यापी अभियान और लोगों से फीडबैक लेने के बाद तीर्थ यात्रा पर निकल गए हैं। अमर परिवार के साथ वैष्णो देवी दर्शन के लिए रवाना हो गए हैं।

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