रायपुर: नई सरकार के गठन से पहले ही छत्तीसगढ़ में कब्जेबाजों के ठिकानों को बुलडोजर ने ध्वस्त करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस सरकार के जाते ही सबसे पहले राजधानी में अतिक्रमण हटाने की शुरूआत हुई, जो अबतक राज्य के 15 जिलों तक फैल चुकी है। इन जिलों में एक साथ प्रशासनिक अभियान चलाया जा रहा है।

भाजपा पूरी कार्रवाई का समर्थन कर रही है। पूरी कार्रवाई की चर्चा इंटरनेट मीडिया से लेकर गली-कूचे में भी है। बुलडोजर का खौफ ऐसा है कि बड़ी कार्रवाई के बाद कई मोहल्लों में अतिक्रमणकारी नेताओं की शरण में जा रहे हैं। बुलडोजर के निशाने पर ऐसे अवैध कब्जे हैं, जो कि सड़कों को बाधित कर रहे हैं। साथ ही 10-10 साल से सड़क किनारे जमे हुए हैं, जिसकी वजह से स्कूल, बाजार से लेकर धार्मिक स्थलों व सड़कों की चौड़ाई आधी से भी कम हो गई है।

छत्तीसगढ़ की सियासत में बुलडोजर की एंट्री चुनाव प्रचार के दौरान ही हो चुकी थी। भाजपा के प्रचार के लिए छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलग-अलग जनसभाओं में कहा था कि भाजपा की सत्ता आने पर यहां भी यूपी की तर्ज पर बुलडोजर चलेगा। बुलडोजर मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि गरीबों के ठिकानों को हटाया जा रहा है। इससे कई लोग बेरोजगार हो रहे हैं।

मोतीबाग, बैजनाथ पारा सहित अन्य स्थलों पर कार्रवाई के बाद रायपुर दक्षिण से विजयी प्रत्याशी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि प्रदेश में कानून का राज चलेगा। गुंडों का नहीं। अतिक्रमण की वजह से हजारों लोगों को परेशानी हो रही है। सार्वजनिक स्थलों पर गैरकानूनी रूप से दुकानें सजा दी गई थी।

बीते दिनों भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव का स्वागत बुलडोजर से फूल बरसाकर किया गया। साव पहले ही बयान दे चुके हैं कि भाजपा सरकार आते ही छत्तीसगढ़ में अपराधियों और माफिया के खिलाफ बुलडोजर चलाया जाएगा।

अवैध कब्जों पर कार्रवाई के मामले में फिलहाल राज्य सरकार की ओर से दिशा-निर्देश जारी नहीं किया गया है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक कार्रवाई को भाजपा का समर्थन हैं। चूंकि सरकार भाजपा की बनेगी, इसलिए अधिकारी भी ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहे हैं। इस मामले पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।

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