बिलासपुर: स्कूल शिक्षा विभाग में फर्जी तरीके से अनुकम्पा नियुक्ति पाने वाले लिपिक चंद्रकांत देवांगन को शासकीय नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले की जांच के बाद सेवा समाप्ति के आदेश आज जारी किये हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तखतपुर विकासखण्ड के ग्राम गनियारी निवासी चंद्रकांत देवांगन की अनुकम्पा नियुक्ति के रूप में पदस्थापना कोटा विकासखण्ड के करगीकला हायर सेकेण्डरी स्कूल में की गई थी। मुंगेली निवासी आसरे तिवारी ने इस नियुक्ति को नियम विरूद्ध बताते हुए मामले शिकायत की थी। मामले की जांच कराई गई। पाया गया कि उनके परिवार में और सदस्य शासकीय सेवा में पूर्व से हैं। साक्ष्य छुपाकर उन्होंने अनुकम्पा नियुक्ति हासिल किया है। श्री चंद्रकांत को प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के परिपालन में सुनवाई का अवसर प्रदान किया गया। उनका जवाब संतोषप्रद नहीं पाया गया।