जगदलपुर: जिला प्रशासन जगदलपुर बस्तर द्वारा संचालित बस्तर एकेडमी ऑफ डांस आर्ट एंड लिटरेचर (बादल) आसना में अब थिएटर, कत्थक और भरतनाट्यम के डिप्लोमा कोर्स आरंभ किए जा रहे हैं। इन डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के अतिरिक्त योग का सर्टिफिकेट कोर्स भी आरंभ किया गया है। उपरोक्त सभी पाठ्यक्रमों हेतु संबद्धता इंदिरा कला संगीत विश्व विद्यालय खैरागढ़ से होगी। इस हेतु खैरागढ़ के निरीक्षण दल ने विगत दिनों बादल संस्था में की जा रही रचनात्मक गतिविधियों का निरीक्षण किया। बादल संस्था में अब तक खैरागढ़ से संबद्ध होकर एक वर्षीय लोक संगीत डिप्लोमा, द्विवर्षीय लोक संगीत डिप्लोमा, गीतांजली सुगम संगीत द्विवर्षीय डिप्लोमा, शास्त्रीय संगीत हिन्दुस्तानी गायन डिप्लोमा,शास्त्रीय संगीत तबला वादन डिप्लोमा एवं द्विवर्षीय आर्ट एप्रिसिएशन चित्रकला की कक्षाएं संचालित की जा रहीं थीं। अभी हाल ही में दल के निरीक्षण पश्चात बादल संस्था में शास्त्रीय कत्थक नृत्य डिप्लोमा, शास्त्रीय भरतनाट्यम नृत्य डिप्लोमा, एक वर्षीय थिएटर डिप्लोमा और योग सर्टिफिकेट कोर्स की कक्षाएं अगले सत्र से संचालित की जाएंगी। उक्त निरीक्षण दल में इंदिरा कला संगीत विश्व विद्यालय खैरागढ़ के डॉ योगेंद्र चैबे (थिएटर), डॉ अजय पांडेय (योग), डॉ शिवाली बैस (कथक) और राजेश गुप्ता (प्रशासनिक अधिकारी) शामिल थे। बादल संस्था के प्रभारी अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार बादल में इन पाठ्यक्रमों के लिए बस्तर के कलाकारों तथा युवाओं द्वारा मांग की जा रही थी। नए पाठ्यक्रम आरंभ होने पर अंचल के कलाकारों एवं युवाओं को विभिन्न कलाओं में डिप्लोमा कोर्स करने का अवसर मिल पाएगा।