कोरबा: जिला जेल कोरबा में बंदी भी नवरात्र का व्रत रखेंगे। इसके लिए डॉक्टरी परीक्षण के पश्चात 17 बंदियों को अनुमति दी गई है। जेल प्रबंधन की ओर से व्रत रखने वाले बंदियों के लिए पूरा इंतजाम किया गया है। उन्हें पूजा आराधना के लिए सामग्री उपलब्ध कराया जाएगा । साथ ही जेल मैनुअल के अनुसार डाइट चार्ट भी तैयार किया गया है।
जिला जेल प्रबंधन की ओर से जाने अंजाने में हुए अपराध के कारण निरुद्ध बंदियों को समाज के मुख्य धारा से जोड़ कर रखने विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, रक्षाबंधन या फिर कोई अन्य पर्व जेल की चार दिवारी के पीछे बंदी आपस में मिलजुल कर मनाते है। जेल प्रबंधन ने इस बार भी शारदीय नवरात्र को लेकर पुख्ता इंतजाम किए हैं। जिला जेल में 241 बंदी निरुद्ध है, इनमें से 22 बंदियों ने शारदीय नवरात्र का व्रत रखने आवेदन प्रस्तुत किया था। प्रबंधन की ओर से व्रत रखने की इच्छा जताने वाले सभी बंदियों का डॉक्टरी परीक्षण कराया गया।

जेल के चिकित्सक ने परीक्षण उपरांत अपनी रिपोर्ट प्रबंधन को सौंप दी। इस रिपोर्ट के आधार पर प्रबंधन ने 17 बंधिया को 9 दिनों तक मां भगवती की पूजा आराधना के लिए अनुमति प्रदान की है । इनमें चार महिला बंदी भी शामिल है। प्रबंधन की ओर से बैरक नंबर 15 को पूजा आराधना के लिए तैयार किया गया है, ताकि नवरात्र का व्रत रखने वाले बंदियों को किसी तरह की परेशानी ना हो। वे पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ मां की आराधना कर सके। इन बंदियों को प्रबंधन की ओर से पूजा सामग्री उपलब्ध कराया जाएगा। वे सुबह शाम माता रानी की पूजा अर्चना और आरती करेंगे ।vउनके साथ अन्य बंदियों को भी पूजा में शामिल होने का अवसर मिलेगा। जेल मैनुअल के अनुसार शाम ढलने के बाद व्रत रखने वाले बंदियों को फलाहार उपलब्ध कराया गया जाएगा। इसके लिए जेल मैनुअल के अनुसार डाइट चार्ट तैयार किया गया है।ऐसे तो प्रतिदिन बंदी प्रार्थना के साथ अपने दिन की शुरुआत करते हैं, लेकिन नवरात्र में जेल के भीतर जयकारा गूंजेगा।

जिला जेल मैं बंदी पूरे 9 दिनों तक माता रानी का व्रत रखेंगे। नवरात्र के अंतिम दिन हवन पूजन का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान कन्या भोज के निमित्त सामग्री मंदिर में चढ़ाया जाएगा। तत्पश्चात सभी बंदियों को प्रसाद वितरण किया जाएगा।जेलर विजयानंद सिंह का कहना है कि 17 बंदियों को नवरात्र व्रत की अनुमति प्रदान की गई है। प्रबंधन की ओर से पूजा आराधना के इंतजाम किए गए हैं। व्रत रखने वाले बंदियों को दूध और फल के अलावा अन्य पदार्थ उपलब्ध कराया जाएगा। नवरात्र का पर्व गाइड लाइन का पालन करते हुए मनाया जाएगा।

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