जांजगीर-चांपा: जिले में एक बुजुर्ग नाबालिग लड़की का रेप न कर सका तो उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद आरोपी ने उसके शव को झाड़ियों में छिपा दिया था। लड़की के लापता होने के 14 दिन बाद उसका कंकाल मिला था। जिसके बाद से ही पुलिस ने मामले में जांच कर रही थी। आखिरकार पुलिस आरोपी तक पहुंच गई और उसने इस वारदात को अंजाम देने वाले SECL के एक रिटायर्ड कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। मामला शिवरीनारायण थाना क्षेत्र का है।
13 साल की लड़की 29 जून की शाम को 4 बजे घर से बिस्किट लेने के लिए निकली थी। इसके बाद घर ही नहीं लौटी। वापस नहीं लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की थी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका था। जिसके बाद लड़की के पिता ने बच्ची के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लड़की 6वीं कक्षा की छात्रा थी।
पुलिस ने मामले में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की। इसके बावजूद नाबालिग का कुछ पता नहीं चल सका था। काफी दिन बीत गए थे। इस बीच 14 जुलाई को खरौद स्थित जोरवा तालाब के किनारे झाड़ियों में एक कंकाल मिला था। कंकाल मिलने के बाद पुलिस ने जांच की पता चला कि यह वही 13 साल की लड़की का कंकाल है।
कंकाल मिलने के बाद पुलिस ने गांव के लोगों और नाबालिग के परिजनों से पूछताछ की, लेकिन पुलिस को कुछ खास सफलता हाथ नहीं मिल पा रही थी। फिर पुलिस ने नाबालिग की सहेलियों से भी बातचीत की, तब पुलिस को जो पता चला वह चौकाने वाला था। लड़की की सहेलियों ने बताया कि गांव का परदेशी लाल पंकज(62) नाबालिग को परेशान किया करता था। वह जब भी तालाब की तरफ जाती तो वह उसे पर गंदी नजर रखता था।
ये पता चलने के बाद पुलिस ने परदेशी लाल को हिरासत में लिया था। जिसके बाद आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। परदेशी लाल ने बताया कि 29 जून की शाम को मैंने बच्ची को देखा था। इसके बाद मैं उसे बिस्किट देने के बहाने घर ले गया। वहां मैंने उससे शारीरिक संबंध बनाना चाहा, मगर बच्ची ने इसका विरोध किया। वह चिल्लाने लगी थी। इसलिए मैंने उसका गला घोंटा। फिर उसके शव को बोरी में भर दिया था और तालाब किनारे फेंक दिया था। आरोपी के इस बयान के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।