कोरबा: एसईसीएल की खदानों में लापरवाही और सुरक्षा की अनदेखी के मध्य एक बड़ा मामला सामने आया है जिसमे नाबालिग से हेल्पर का काम लिया जा रहा था। उस नाबालिग की ट्रक से कुचलकर मौत हो गई।
खदान में एसईसीएल के अधीनस्थ कार्यरत ठेका कंपनियों और खदान के भीतर संचालित होने वाले वाहनों के चालकों की लापरवाही कर्मचारियों की जान पर भारी पड़ रही है। एक और हादसे ने मजदूर की जान ले ली जो कि नाबालिग था और जोखिम क्षेत्र में काम कर रहा था।
जानकारी के मुताबिक एसईसीएल की कुसमुंडा परियोजना खदान में निजी ठेका कंपनी नारायणी कंपनी (NSPL) का ट्रक मिट्टी परिवहन का काम कर रहा है। इसमें लगा एक ट्रक मिट्टी अनलोड कर नारायणी फेस में खड़ा था जिसमें हेल्पर रामचरण निवासी ग्राम चैतमा पाली ट्रक के नीचे कुछ काम कर रहा था। इस बीच चालक पहुंचा और बिना देखे समझे ट्रक को चालू कर आगे बढ़ा दिया जिसमें ग्राम चैतमा पाली निवासी नाबालिग रामचरण उम्र 17 साल 2 माह की दबकर मौत हो गई। इसके बाद चालक ट्रक को लेकर नारायणी कंपनी के यार्ड पहुंचा और वाहन खड़ा कर फरार हो गया।
दूसरे ट्रक का चालक मिट्टी अनलोड करने पहुंचा तो उसने हेल्पर की लाश देखी। शाम करीब 4.15 बजे हुए घटना के संबंध में अन्य कर्मचारियों को सूचना मिली तो वे मौके पर एकत्र हुए। घटना की सूचना उपरांत पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया और आरोपी चालक की तलाश की जा रही है। दुर्घटनाकारित ट्रक को जब्त कर लिया गया है। इधर जानकारी सामने आई है कि मृतक नाबालिग था जिससे कर्मचारी नियोजन में श्रम कानूनों का उल्लंघन उजागर हुआ है।
इस संबंध में थाना प्रभारी कुसमुंडा राजेश जांगड़े ने बताया पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद हो आगे की कार्यवाही की जायेगी।जबकि मृतक का उम्र 17 वर्ष 2 माह और वो नाबालिक है,ऐसी स्थिति में नियोक्ता कर्ता नियमां को ताक में रख नाबालिक लड़के को काम पर रख लिया।पुलिस इस मामले में नियोग कर्ता को बचाने का प्रयास कर रही है?