रायपुर: नौकरी लगाने का झांसा देकर बेरोजगारों से ठगी करने वाले जल संसाधन विभाग के अधिकारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारी ने एक दर्जन से ज्यादा लोगों से ठगी की है। उनसे पैसा ले लिया और नौकरी नहीं लगाई। पैसे भी नहीं लौटा रहे हैं। पुलिस ने बताया कि लक्ष्मीनगर निवासी प्रतिमा वरठी प्राइवेट नौकरी करती हैं।
परिचित के माध्यम से 2018 में उनकी मुलाकात जल संसाधन विभाग में पदस्थ कार्यालय सहायक अधीक्षक डीपी गेडाम से हुई। गेडाम ने झांसा दिया कि उनकी अधिकारियों से अच्छा संबंध है। नौकरी लगवा देंगे। प्रतिमा झांसे में आ गई। वह जल संसाधन विभाग के दफ्तर जाकर गेडाम से मिली और 1.20 लाख रुपए दे दिए। पिछले चार साल से आरोपी नौकरी लगाने के नाम पर गुमराह कर रहा है। वह पैसा भी नहीं लौटा रहा था। पुलिस के अनुसार गेडाम के खिलाफ कुछ और लोगों ने शिकायत की। आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है।
ट्रांसपोर्ट कंपनी का ड्राइवर 12 लाख का लोहा लेकर फरार हो गया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इसमें ट्रांसपोर्ट कंपनी के संचालक का भी नाम सामने आ रहा है। नागपुर में रहने वाले जमुना दास आयरन स्टील कंपनी इतवारी नागपुर के डायरेक्टर हैं। उनकी कंपनी स्टील ट्रेडिंग और मैन्यूफैक्चरिंग का काम करती है।
कंपनी के डायरेक्टर हरीश रावल ने 22 फरवरी को रायपुर फौरजिंग उरला से 46.570 टन एमटी (105 गर्डर बीम) और 23 फरवरी को उसी कंपनी से 53.510 टन एमटी (122 गर्डर बीम) की खरीदी की। माल नागबीड जिला चंद्रपुर महाराष्ट्र भेजना था। इसके लिए रायपुर के ही गिल ट्रेलर सर्विस के मालिक रूप सिंग गिल को ऑर्डर दिया गया।
इसके लिए एडवांस भाड़ा 1 लाख रुपए भी दिए गए। 22 फरवरी को ट्रेलर (सीजी-04-जेडी-4371) और 23 फरवरी को ट्रेलर (सीजी-04-एलएन- 8575) में माल लोड कर रवाना किया गया। 26 फरवरी को माल जेबीबी कंस्ट्रक्शन की साइट नागबीड़ पहुंचा। वहां के पर्चेस ऑफिसर ने माल रिसीव करने से पहले फोन कर बताया कि दोनों ट्रेलर मौके पर पहुंच गए हैं, लेकिन दोनों में माल पूरा नहीं है। दोनों गाड़ियों के ड्राइवरों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ट्रांसपोर्टर रूप सिंह गिल के कहने पर उन्होंने कुछ बीम को आधे रास्ते में उतार दिया था।
गिल से बात की गई तो उसने स्वीकार किया कि दोनों गाड़ियों से 227 बीम में 41 बीम को रास्ते में उतारा गया। इसकी कीमत करीब 12 लाख 29 हजार रुपए है। उसने यह भी कहा कि बाकी माल भी जल्द पहुंच जाएगा। कई दिनों तक वह गुमराह करता रहा। फिर उसने बोला कि माल भेजने के लिए पैसे नहीं है। इस पर उसके खाते में 30 हजार रुपए भी जमा किए गए। लेकिन आज तारीख तक नहीं पहुंचा। इसलिए गिल ट्रेलर सर्विस के मालिक रूप सिंह गिल एवं उसके ड्राइवरों के खिलाफ उरला थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।