रायपुर: शिक्षा का अधिकार (RTE) के तहत निजी स्कूलों में होने वाले प्रवेश के लिए शिक्षा सत्र 2023-24 के लिए आवेदन प्रक्रिया एक मार्च से शुरू हो गई है। दो दिन में ही पांच हजार छात्रों के पंजीयन हो गए हैं। प्रथम चरण के तहत शुरू पंजीयन प्रक्रिया 15 अप्रैल तक चलेगी। इसके बाद आवेदनों का सत्यापन, लाटरी और प्रवेश दिए जाएंगे। हर वर्ष सीटों की तुलना में ज्यादा आवेदन मिलते हैं, फिर भी सीटें खाली रह जाती है।
पिछले शिक्षा सत्र की तुलना में इस शिक्षा सत्र में आरटीई की 4,887 सीटों में कमी आई है। लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ) की तरफ से आरटीई प्रवेश प्रक्रिया का पूरा समय-सारणी जारी कर दिया है। प्रदेश के सभी निजी स्कूलों में आरटीई के तहत प्रवेश होते हैं। आवेदन के समय प्रवेश लेने के लिए छात्र अपनी मनपसंद के स्कूल का चयन करते हैं। सीटों से ज्यादा आवेदन आने पर लाटरी के माध्यम से छात्रों को प्रवेश दिया जाता है। छात्र आवेदन के समय तीन स्कूलों का विकल्प भरते हैं।पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष आरटीई की सीटें घटी है। शिक्षा सत्र 2023-24 में आरटीई की 55,158 सीटें थी, जो इस वर्ष घटकर 50,271 सीटें बची है। आरटीई में प्रदेश के 33 जिलों के 6,573 स्कूलों ने पंजीयन कराया है।पिछले वर्ष 6,507 स्कूलों का पंजीयन था। इस वर्ष 66 स्कूलों की बढ़ोत्तरी हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि अभी स्कूलों का ये आंकड़ा बढ़ सकता है, जिसके कारण सीटों की संख्या में भी वृद्धि होगी।आरटीई की सीटें वर्ष दर वर्ष घट रही है। इससे पहले 2022-23 में प्रदेश में आरटीई की 80 हजार सीटें थी।पिछले वर्ष 25 हजार आरटीई की सीटों में कटौती की गई थी। पिछले वर्ष तीन चरणों के प्रवेश प्रक्रिया के बाद भी आठ हजार से ज्यादा सीटें खाली रह गई थी।
आरटीई के तहत प्रदेश के निजी स्कूलों में आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग के छात्रों को प्रवेश मिलता है। इन निजी स्कूलों की फीस शासन की तरफ से दी जाती है। प्रदेश के बड़े निजी स्कूलों में आरटीई के तहत प्रवेश के लिए 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित रहती है।आर्थिक रुप से कमजोर लोगों का भी बड़े व निजी स्कूलों में अपने बच्चों को पढ़ाने का सपना पूरा होता है। नर्सरी अथवा पहली कक्षा में प्रवेश होने के बाद बारहवीं कक्षा तक निश्शुल्क पढ़ाई करते हैं। इस योजना के तहत वर्तमान में प्रदेश के निजी स्कूलों में लगभग तीन लाख छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है।
आरटीई के तहत प्रवेश के लिए जारी समय सारणी
प्रथम चरण
स्कूलों में छात्र पंजीयन(आवेदन) एक मार्च से 15 अप्रैल तक
नोडल अधिकारियों द्वारा दस्तावेज सत्यापन 18 अप्रैल से 17 मई तक
लाटरी एवं आबंटन 20 मई से 30 मई तक
स्कूलों में प्रवेश एक जून से 30 जून तक
द्वितीय चरण
नए स्कूलों का पंजीयन 15 जून से 30 जून
जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूलों का सत्यापन 15 जून से 30 जून तक
स्कूलों में छात्र पंजीयन(आवेदन) एक जुलाई से आठ जुलाई तक
दस्तावेज सत्यापन नौ जुलाई से 15 जुलाई तक
लाटरी एवं आबंटन 17 जुलाई से 20 जुलाई तक
स्कूल में प्रवेश प्रक्रिया 22 जुलाई से 31 जुलाई तक