कोण्डागांव: तमिलनाडू के सेलम में मिठाई बनाने का काम करने गए कोंडागांव जिले के कावरा छिंदपाल गांव के तीन मजदूरों की कलेक्टर दीपक सोनी के प्रयासों से मंगलवार को सकुशल वापसी हो गई। तीनों श्रमिकों ने कलेक्टर श्री सोनी से मिलकर उनका आभार जताया। इस दौरान कलेक्टर श्री सोनी ने तीनों श्रमिकों की सकुशल वापसी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बधाई दी। श्रमिकों द्वारा तमिलनाडू में मिठाई बनाने का कार्य करने की जानकारी देने पर कलेक्टर ने उन्हें यहीं स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उन्हें स्वरोजगार की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि श्रमिक बिरनलाल मंडावी, मंशाराम मरकाम और संतोष मरकाम ने बताया कि वे दलाल के बहकावे में आकर अधिक मजदूरी के लालच में तमिलनाडू चले गए थे और वहां वे मिठाई बनाने का काम कर रहे थे। वहां मालिक द्वारा मजदूरी के भुगतान में आनकानी के साथ ही उनके कहीं आने-जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। श्रमिकों ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को फोन पर दिए जाने के बाद परिजनों ने कलेक्टर श्री सोनी से मिलकर उन्हें छुड़ाने का अनुरोध किया, जिस पर कलेक्टर श्री सोनी तथा श्रम विभाग के अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों के कारण इन तीनों श्रमिकों के पारिश्रमिक भुगतान के साथ ही इनकी सकुशल वापसी सुनिश्चित हुई।