महासमुंद: महासमुंद शहर में लंबे समय से परिवहन की समस्या को लेकर सिटी बस की मांग की जा रही है पर मांग पूरी नहीं हुई है। इसके कारण दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से आए छात्र-छात्राएं व लोगों को विद्यालय, कॉलेज, शासकीय कार्यालयों, व जिला अस्पताल तक जाना महंगा पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्र से आए लोगों को रोजमर्रा की जरुरतों के अलावा शिकवा शिकायत लेकर ग्रामीण क्षेत्रों से लोग मुख्यालय पहुंचते हैं। जिन्हें स्थानीय परिवहन की सुविधा नहीं होने एवं सरकारी दफ्तरों एवं विद्यालयों. कॉलेजो का नगर से बाहर होने के कारण मजबूरी में रिक्शा, ऑटो मनमानी के चलते ₹20 से लेकर ₹50 रुपये तक अधिक खर्च करना पड़ता है।
अधिक किराया होने के कारण गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों को परेशानी होती है। खासकर बस स्टैंड से कलेक्टोरेट, जिला पंचायत, जिला न्यायाधीश कोर्ट, बिजली ऑफिस, आरटीओ ऑफिस, , तीन किलोमीटर, छात्र-छात्राओं को भी लगभग महाविद्यालय, चार किलोमीटर दूरी, गाइड कॉलेज, बरौंडा बाजार में, पशु चिकित्सालय कॉलेज व पॉलिटेक्निक कॉलेज पांच किलोमीटर दूरी, लभरा रोड में आईटीआई कालेज पांच दूरीखरोरा रोड में जिला अस्पताल चार किलोमीटर दूरी, उसके अलावा महाविद्यालय, रोजगार दफ्तर यातायात कार्यालय तक पहुंचने परेशानी होता है। ऐसे में अगर महासमुंद शहर को सिटी बस की सुविधा मिल जाए तो लोगों को राहत मिलेगीनगर से 10-15 किलोमीटर दूर बसे ग्रामों में आवागमन के लिए साधन नहीं रहने से क्षेत्र के नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नागरिकों ने महासमुंद क्षेत्र में सिटी बस सुविधा के लिए 6 बस की व्यवस्था किए जाने की मांग मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन से की है।