दंतेवाड़ा: दंतेवाड़ा और बीजापुर के सरहदी क्षेत्र में लोहागांव पुरंगेल एंड्री के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए एक बड़े मुठभेड़ में 9 सशस्त्र वर्दीधारी माओवादी मारे गए। मारे गए माओवादियों की पहचान हो चुकी है, जिनमें DKSZCM रणधीर (25 लाख रुपये इनामी) और अन्य 5 लाख रुपये के इनामी एसीएम, आंध्र-ओडिशा बॉर्डर डिवीजन सदस्य, दरभा डिवीजन सदस्य, और PLGA कंपनी नंबर 2 के सदस्य शामिल हैं। मारे गए माओवादियों की कुल इनामी राशि 60 लाख रुपये से अधिक है।
मुठभेड़ में शामिल दंतेवाड़ा जिले की एलिट फोर्स डीआरजी, बस्तर फाइटर्स, और सीआरपीएफ की 111वीं और 230वीं वाहिनी के जवानों ने इस अभियान को अंजाम दिया। मौके से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है, जिसमें SLR, 303 राइफल्स, टेटी कार्बाइन, और बीजीएल लांचर शामिल हैं।
इस संयुक्त ऑपरेशन की शुरुआत 03 सितंबर 2024 को हुई, जब दंतेवाड़ा पुलिस को लोहागांव, पुरंगेल, एंड्री के जंगल पहाड़ी क्षेत्र में माओवादियों की उपस्थिति की सूचना मिली। इस पर दंतेवाड़ा डीआरजी, बस्तर फाइटर्स और CRPF की संयुक्त टीम ने सर्चिंग अभियान शुरू किया। सुबह करीब 10:30 बजे, नक्सलियों ने पुलिस बलों पर जानलेवा हमला किया, जिसके जवाब में सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की।
मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों ने आत्मसमर्पण का प्रस्ताव ठुकरा दिया और और अधिक गोलीबारी की, जिसके बाद सुरक्षा बलों को कड़ी जवाबी फायरिंग करनी पड़ी। इस संघर्ष के बाद, पुलिस ने क्षेत्र में सघन सर्च अभियान चलाया, जिसमें 6 महिला माओवादियों सहित 9 सशस्त्र नक्सलियों के शव बरामद हुए।
मारे गए नक्सलियों की पहचान:
1. रणधीर – DKSZCM, 25 लाख रुपये इनामी
2. कुमारी शांति – 31 PL सदस्य, 5 लाख रुपये इनामी
3. सुशीला मडकाम – एसीएम, 5 लाख रुपये इनामी
4. गंगी मुचाकी – कटेकल्याण एरिया कमेटी सदस्य, 5 लाख रुपये इनामी
5. कोसा माडवी – मालंगिर एरिया कमेटी सदस्य, 5 लाख रुपये इनामी
6. ललिता – डीवीसीएम सुरक्षा दलम सदस्य, 5 लाख रुपये इनामी
7. कविता – AOBSZC की गार्ड, 5 लाख रुपये इनामी
8. हिड्मे मङ्कम – डीवीसीएम सुरक्षा दलम सदस्य, 2 लाख रुपये इनामी
9. कमलेश – प्लाटून सदस्य, 2 लाख रुपये इनामी, निवासी जिला बीजापुर
उप पुलिस महानिरीक्षक कमलोचन कश्यप ने बताया कि इस ऑपरेशन के बाद पश्चिम-बस्तर और दरभा डिवीजन के माओवादियों में भय का माहौल है। पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज, सुन्दरराज पी. ने इस मुठभेड़ को नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता के रूप में देखा। उन्होंने बताया कि 2024 में अब तक कुल 153 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं, 669 गिरफ्तार किए गए हैं, और 656 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
उप पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ़ दंतेवाड़ा श राकेश कुमार द्वारा बताया गया कि दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थितियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें माओवादी सिद्धांतों के आकर्षण से बाहर निकलना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सके। हम उन सभी मूलवासियों से जो बाहरी विचारधारा और बाहर के नक्सली नेताओं के गलत प्रभाव में फंस गये हैं। अपील करते हैं कि वे नक्सलवाद एवं नक्सली विचारधारा को त्याग कर शासन की आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति को अपनाकर समाज के मुख्य धारा से जुड़े और हथियार और नक्सलवादी विचारधारा का पूर्णतः त्याग व विरोध करें।
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि- प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से स्थानीय जिला पुलिस बल, डीआरजी तथा केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों द्वारा आपसी बेहतर तालमेल एवं रणनीति के साथ काम करने के परिणाम स्वरूप वर्ष 2024 में बस्तर संभाग अंतर्गत की जा रही नक्सल विरोधी अभियान के दौरान अब तक कुल 153 नक्सलियों के शव बरामद, 669 गिरफ्तार एवं 656 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है।