जगदलपुर: बस्तर के जंगलों में माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन में लगे जवानों को अब फ्री हैंड दे दिया गया है, जिससे फोर्स का एग्रेशन और बढ़ेगा। अफसरों के इशारे पर चल रही मुहिम से जवानों का मनोबल ऊंचा है, और जनप्रतिनिधि भी उनका हौसला बढ़ाने में जुटे हुए हैं।

भाजपा नेता और राज्य सरकार में वनमंत्री केदार कश्यप का कहना है कि भाजपा सत्ता में रहे या विपक्ष में, नक्सलवाद के प्रति उनकी नीति स्पष्ट है। “हम छत्तीसगढ़ और बस्तर से नक्सल समस्या को समाप्त करने लगातार काम कर रहे हैं,” कश्यप ने कहा। इसके साथ ही, राज्य सरकार लोगों तक मौलिक सुविधाएं पहुंचाने की दिशा में भी प्रयासरत है।

केदार कश्यप वनमंत्री ने कहा हम छत्तीसगढ़ और बस्तर से नक्सल समस्या को समाप्त करने लगातार काम कर रहे हैं।”अफसर भी केंद्र और राज्य सरकारों के इशारे को समझते हुए कार्रवाई कर रहे हैं। राज्य में भाजपा के सत्ता में आते ही नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशंस में तेजी आई, जिससे जवानों का मनोबल बढ़ा है। अब जवान बस्तर के किसी भी कोने तक जाकर माओवादियों से लोहा लेने के लिए तैयार हैं।

सुंदरराज पी, बस्तर आईजी ने कहा “जब से नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक रुख फोर्स ने अपनाया है, तब से बस्तर के माओवाद प्रभावित इलाकों में काफी हद तक शांति स्थापित हुई है।”

नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने से बस्तर के माओवाद प्रभावित इलाकों में शांति स्थापित हुई है। सशस्त्र माओवादी बीते साढ़े चार दशक से देश के लिए एक अंदरुनी खतरा साबित होते रहे हैं। 2014 के बाद से राज्यों में नक्सलवादियों के खिलाफ ऑपरेशंस में तेजी आई है, जिससे जवानों का मनोबल भी बढ़ा है। अब जवानों को फ्री हैंड देकर यह प्रयास हो रहा है कि माओवादियों को अंतिम संदेश दिया जाए: वे या तो सरेंडर करें या फोर्स के हाथों मारे जाने के लिए तैयार रहें। इससे सुरक्षा बलों को माओवादियों के खिलाफ सफलतापूर्वक कार्रवाई करने में मदद मिलेगी।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!