जगदलपुर: नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन संचालित करना जवानों के लिए बारिश के दिनों में आसान नहीं होता। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमारे जवान अभियानों को सार्थक सफलता के साथ पूरा करते हैं।
हाल ही में बीजापुर और तेलंगाना के बार्डर एरिया में हुई मुठभेड़ के बाद, जवान बिना खाये चार दिनों तक बाढ़ और खराब रास्ते की वजह से जंगल में फंसे रहे। 19 जुलाई को इलमीडी के जंगल में ग्रेहाउंड दस्ते के जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई थी जिसमें तीन लाख के इनामी नक्सली और नेशनल पार्क एरिया के प्लाटून कमांडर को मार गिराया गया था। बाकी नक्सली भाग निकले थे।इस मुठभेड़ के बाद वापसी के दौरान जवान तेलंगाना की पेनगुल नदी में आई बाढ़ की वजह से जंगल में चार दिनों तक बिना राशन और खाद्य सामग्री के भूखे प्यासे फंसे रहे। इसकी सूचना मिलते ही अधिकारियों ने सोमवार, 22 जुलाई को हेलीकॉप्टर भेजकर जवानों को सुरक्षित बाहर निकाला।
न खाने से शारीरिक कमजोरी महसूस कर रहे जवानों को कंधे पर उठाकर हेलीकॉप्टर से बस तक पहुंचाया गया। वहां से उन्हें कैंप लाकर प्राथमिक उपचार के बाद ताकत की दवा और हल्का भोजन दिया गया, जिसके बाद सभी जवान स्वस्थ महसूस करने लगे।