रायपुर: बच्चा चोर गिरोह के नाम प्रदेश के गांव से लेकर शहर तक अफवाह फैल चुकी है। राजधानी रायपुर हो, चाहे प्रदेश के अन्य ग्रामीण एवं अर्धशहरी इलाके, यह अफवाह तेजी से बढ़ती जा रही है। यहां कालोनी, मुहल्ले में आने-जाने वाले लोगों की संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है, वहीं उनसे कड़ाई से पूछताछ भी हो रही है।
पहचान में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी मिलने पर मारपीट जैसी घटना सामने आ रही है। कई स्थानों पर फेरीवाले, सामान्य नागरिक और पहचान बताने के बाद भी मारपीट के मामले सामने आए हैं। बच्चा चोर गिरोह या अफवाहों को लेकर रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने कहा है कि राजधानी समेत प्रदेश भर में बच्चा चोर गैंग के घूमने की अफवाह फैल चुकी है।ऐसे में संदिग्ध व्यक्ति मिलने या किसी भी नागरिक से इस संबंध में पूछताछ करने के पहले सभी पुख्ता जानकारियां जुटा लें। अनजान व्यक्ति से बच्चा चोरी के शक में मारपीट न करें। सबसे पहले पुलिस को इसकी जानकारी दें। इस मामले में पुलिस अपने स्तर पर जांच करेगी। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे इस मामले में विवेक से काम लें।पुरानी बस्ती क्षेत्र के अमीनपारा में गुरुवार को दो संदिग्ध महिलाओं को बच्चे के साथ मुहल्ले में घूमते पकड़ा गया। लोगों की शिकायत पर पुलिस दोनों महिलाओं से पूछताछ कर रही है। महिलाओं का वीडियो भी लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया। जानकारी के मुताबिक दोनों महिलाओं का आधार कार्ड में जानकारी, पता समान होने पर लोगों को शक हुआ। फिर पुलिस को सूचना दी गई। इलाके में वह बच्चे को साथ में रखकर इलाज के नाम पर पैसे मांग रही थीं।
बच्चा चोर गैंग की अफवाह को लेकर कई गांवों में ग्राम पंचायतों ने कोटवार के माध्यम से मुनादी करा दी है। इसमें कहा गया है कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दिखने पर सबसे पहले पंचायत में सूचना दें। कई ग्राम पंचायतों में रात को बारी-बारी से पहरा देना भी शुरू कर दिया गया है।राजधानी समेत प्रदेशभर में बच्चा चोर गैंग के घूमने की अफवाह फैल रही है। आम लोगों से आग्रह है कि वे बच्चा चोरी के शक में किसी के साथ मारपीट न करें। संदिग्ध व्यक्ति के मिलने पर नजदीकी थाने में जानकारी दें।