दुर्ग: निजी बैंक के मैनेजर और राजनांदगांव के रहने वाले 28 वर्षीय पलाश अग्रवाल का शव दुर्ग के शिवनाथ नदी में मिला। SDRF दुर्ग की टीम ने दो दिन रेस्क्यू करके 30 घंटे बाद शव को पानी के अंदर से निकाला। पुलगांव पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई करके शव को पीएम के लिए भेज दिया है।
पुलगांव पुलिस के मुताबिक स्थानीय गोताखोरों ने गुरुवार सुबह जानकारी दी कि एक कार सीजी 04 एमवाय 2686 पुराने पुल में संदिग्ध हालत में खड़ी है। पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा की कार में कोई नहीं था। कार के अंदर दो मोबाइल फोन पड़े हैं और रस्सी भी पड़ी हुई है। खुदकुशी की आशंका के चलते SDRF दुर्ग की टीम को बुलाया गया। SDRF ने गुरुवार को काफी देर तक नदी में रेस्क्यू किया, लेकिन शव का पता नहीं चला।
इसी दौरान पलाश के पिता अनिल अग्रवाल अपनी पत्नी और बेटे के साथ वहां पहुंचे और कार को देख चींख पड़े। उन्होंने बताया कि ये कार उनके बेटे की थी। उसकी बुधवार को सगाई टूटी है। इससे वह काफी डिप्रेशन में था। इस बयान के बाद पुलिस को पुख्ता हो गया कि पलाश ने खुदकुशी की है। इसके बाद शुक्रवार सुबह से SDRF दुर्ग की टीम नदी में उतरी। कई घंटे की खोज के बाद शव को पानी से बाहर निकाला गया। शव को देखकर परिजनों की चीख पुकार शुरू हो गई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई पूरी कर शव को पीएम के लिए भिजवाया।
एक महीने पहले रायपुर की लड़की से हुई सगाई
पलाश रायपुर के किसी निजी बैंक में बैंक मैनेजर था। वह रायपुर देवेंद्र नगर में श्री नारायणा हॉस्पिटल के सामने रहता था। उसका परिवार राजनांदगांव जिले में स्टेशन पारा वार्ड नंबर 7 में रहता था। एक महीने पहले रायपुर की लड़की से उसकी सगाई हुई थी। पलाश इस रिश्ते को लेकर काफी खुश था। बुधवार को अचानक लड़की के घऱ वालों ने रिश्ता करने से मना कर दिया। इससे पलाश डिप्रेशन में चला गया। उसके माता पिता उसे घर बुला रहे थे। उन्होंने उसे बुधवार देर रात 1 बजे तक फोन पर बेटे को समझाया कि वो उसका दूसरी जगह इससे अच्छा रिश्ता करेंगे। इसके बाद पलाश ने फोन स्विच ऑफ कर लिया। वह कार से दुर्ग आया। शिवनाथ नदी के पुराने पुल में कार खड़ी कर नदी के तेज बहाव में कूद गया।