रायपुर: मात्र 19 दिन में प्रदेश भाजपा संगठन का पूरा चेहरा बदल गया है। इसकी शुरुआत अजय जामवाल की क्षेत्रीय संगठन महामंत्री के रुप में नियुक्ति से हुई। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और अब प्रदेश प्रभारी बदल दिए गए हैं। इन बदलावों में बड़ी बात यह है कि इन प्रमुख पदों पर बैठाए गए सभी लोगों का संबंध संघ से है। इन बदलावों को 2023 (विधानसभा) और 2024 (लोकसभा) में होने वाले चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों की राय में प्रदेश में भाजपा हिंदुत्व के अपने पुराने एजेंडे को और तेज करेगी।
क्षेत्रीय संगठन महामंत्री जामवाल और नए प्रदेश प्रभारी ओम माथुर संघ के प्रचारक रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल भी संघ से जुड़े हुए हैं। इससे पहले पार्टी के आक्रामक नेता अजय चंद्राकर को प्रदेश प्रवक्ता बनाया। वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल को संगठन में अभी कोई पद नहीं मिला है, लेकिन पार्टी के कार्यक्रमों में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। ये दोनों नेता भी संघ से जुड़े हुए हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार अगले कुछ दिनों में संगठन में और बदलाव होने वाले हैं। इसमें भी संघ से जुड़े लोगों को महत्व मिलेगा।
प्रदेश की भूपेश सरकार एक के बाद एक ऐसी योजनाएं शुरू कर रही है, जो भाजपा के एजेंडा का हिस्सा है। सरकार ने गोधन न्याय योजना के रुप में गो सेवा का रोल माडल प्रस्तुत किया है। इसकी देशभर में सराहना हो रही है। सरकार राम वनगमन पथ विकसित कर रही है। अब शहरी क्षेत्रों में कृष्ण वाटिका योजना शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसके जरिये संघ और भाजपा के नेताओं को घेरने की भी कोशिश कर रहे हैं। संघ की समन्वय बैठक के लिए यहां पहुंचे संघ और भाजपा के नेताओं को उन्होंने सरकार की इन योजनाओं को देखने का निमंत्रण दिया है। बघेल कहते हैं कि अब तक राम के नाम पर, गाय के नाम पर आरएसएस और भाजपा मात्र राजनीति करती रही है, लेकिन काम नहीं करते हैं। मैं उन्हें निमंत्रण देता हूं कि कौशल्या माता के दर्शन के लिए चलें। गोठानों का भी जायजा ले लें और स्वामी आत्मानंद स्कूल चलें।