छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले से लगते मध्य प्रदेश की सीमा में बिलासपुर-कटनी मेमू (पैसेंजर) ट्रेन पर मंगलवार सुबह हाईटेंशन तार टूटकर गिर गया। कोच के ऊपर से चिंगारी निकलती देख यात्रियों में भगदड़ मच गई। आनन-फानन में यात्री ट्रेन से कूदकर भागने लगे। हादसे में किसी जनहानि की खबर नहीं है। करीब सवा घंटे तक ट्रेन रास्ते में ही फंसी रही।
जानकारी के मुताबिक, बिलासपुर से कटनी के लिए रोज की तरह सुबह ट्रेन रवाना हुई। यहां से अनूपपुर पहुंची और सुबह करीब 9 बजे वहां से छूटकर शहडोल की ओर जा रही थी। इसी बीच अमलाई स्टेशन के पहले संजयनगर के पास अचानक ट्रेन झटके से रुक गई। बोगी के ऊपर से तेज आवाज के साथ चिंगारी गिरने लगी। खिड़की से यह देखकर अंदर बैठे यात्रियों में हड़कंप मच गया।
ट्रेन से उतर कर यात्री बाहर भागने लगे। देखते ही देखते कुछ ही मिनटों में सैकड़ों यात्रियों से भरी ट्रेन खाली हो गई। गनीमत रही कि तार में लगे चीनी मिट्टी का पैनल कोच से टकराया था। इसके कारण चिंगारी निकल रही थी। अगर बोगी से तार टकराता तो बड़ा हादसा हो सकता था। फिलहाल ट्रेन पिछले सवा घंटे से वहीं फंसी हुई थी। अब से कुछ देर पहले उसे कटनी के लिए रवाना किया गया है।
खास बात यह है कि हादसे को लेकर अफसरों के पास देर तक कोई जानकारी नहीं थी। रेलवे के CPRO साकेत रंजन से बात की गई तो उन्होंने अनभिज्ञता जताते हुए पता करने को कहा। फिर थोड़ी देर बताया कि पेड़ टूटकर गिरने से OHE लाइन का तार टूटा था। इसके आगे की जानकारी फिलहाल उनके पास नहीं है।