रायपुर: छत्‍तीसगढ़ में मानसून की एंट्री होते ही अब अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट शुरू हो गई है। राजधानी में बीते पांच दिनों में अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है और रात का तापमान 5.1 डिग्री सेल्सियस गिर गया है। बादल छाने के साथ ही हल्की वर्षा के कारण अब रात को हल्की ठंडकता भी महसूस की जा रही है और दिन की उमस से राहत मिली है।

मौसम विज्ञानियों का कहना है कि गुरुवार को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ ही भारी वर्षा भी हो सकती है। अब प्रदेश भर में मानसून सक्रिय हो गया है और इसके चलते ही मौसम का मिजाज बदला है।

प्रदेश में पिछले वर्ष से सात दिन विलंब रहा मानसून

वर्ष 2021 में प्रदेश में मानसून 10 जून को प्रवेश कर गया था। इस वर्ष 17 जून को दुर्ग प्रवेश के साथ प्रदेश में मानसून की एंट्री हुई।


आज भारी वर्षा के आसार

मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि प्रदेश में मानसूनी तंत्र के प्रभाव से गुरुवार को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा होने के आसार है। इसके साथ ही कुछ क्षेत्रों में बिजली भी गिर सकती है। आने वाले दिनों में भी मौसम का रुख अभी ऐसा ही रहेगा।

मानसून आने से पहले गर्मी का टूटा 27 वर्षों का रिकार्ड

छत्तीसगढ़ में मानसून प्रवेश से पहले जून पहले हफ्ते में ही गर्मी का 27 वर्षों का रिकार्ड टूट चुका है। एआरजी (आटोमेटिक रेन गेज) मुंगेली में चार जून को अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस मापा गया। इससे पहले इतनी अधिक गर्मी प्रदेश में कहीं नहीं पड़ी थी। इसे अब तक का सर्वाधिक अधिकतम तापमान माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में इससे पहले जून महीने में अब तक सबसे अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस मापा गया था, रायपुर में 11 जून 1931, एक जून 1988 और आठ जून 1995 को रिकार्ड किया गया था। 2012 में बिलासपुर में 47.2 डिग्री सेल्सियस तापमान था।

रायपुर में 10 वर्षों में सबसे गर्म रही जून की रात

नौतपा के बाद पंचक लगते ही दिन और रात के तापमान में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई। जून के पहले हप्ते में ही राजधानी रायपुर में 10 वर्षों में तीन जून की रात सबसे गर्म रही। शुक्रवार तीन जून को राजधानी रायपुर का न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

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