रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन की योजनाए किस तरह परिवार व समाज में सुखद बदलाव लाने में मदद कर रही है, इसका मिसाल कोरिया जिले के ग्राम आनी निवासी श्रमिक निर्मला साहू बन गई है। बता दें कि श्रम विभाग के छत्तीसगढ़ भवन एवं सनिन्नर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में निर्मला साहू पति भगवन्ता साहू का श्रमिक के रूप में पंजीयन हुआ है।
विगत दिनों जन चौपाल में कलेक्टर चन्दन त्रिपाठी को श्रीमती निर्मला साहू की बिटिया कुमारी मंजू साहू का रायपुर स्थित सिपेट (सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ़ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी) में चयन होने की जानकारी दी, साथ ही आगे की पढ़ाई के लिए आर्थिक परेशानियों का हवाला दी तो कलेक्टर द्वारा तत्काल जिला श्रम पदाधिकारी को बुलाकर जानकारी से अवगत कराने के निर्देश दिए।
जानकारी के मुताबिक कुमारी मंजू साहू की मां निर्मला साहू का श्रम कार्ड बने होने तथा श्रमिको के बच्चों को पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के तहत राशि दिए जाने का प्रावधान बताया गया। अब इस योजना के तहत मंजू साहू को सिपेट में पढ़ाई के लिए 93 हजार रुपए दी जाएगी। निर्मला साहू उनके पति खेतीहर मजदूर भगवन्ता साहू व कुमारी मंजू साहू ने इस सहायता की राज्य सरकार और जिला प्रशासन का आभार जताया है और उन्होंने श्रमिक भाई-बहनों से अपील की है कि वे भी श्रम कार्ड बनाएं और शासन की योजनाओं का लाभ लें।
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने कहा कि मुख्यमंत्री के मंशानुसार शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए समाज के अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने व पात्र हितग्राहियों को लाभ पहुंचाने की दिशा में प्रशासन संकल्पबद्ध है।