सरपंचों के आपसी चैटिंग में हुआ मामले का खुलासा
जनपद स्तर के अधिकारी-कर्मचारी कर रहे हैं कारनामा
बलरामपुर। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत बलरामपुर जिले में जमकर नियम कानूनों को ताक पर रखकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। भ्रष्टाचार में जनपद स्तर के अधिकारी- कर्मचारी शामिल है। सबसे मजे की बात तो यह है कि इस अनियमितता का खुलासा भी सरपंच- सचिवों के आपसी चैटिंग ग्रुप में किए गए बातचीत से हुआ है। कलेक्टर बोले जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों के विकास और मूलभूत सुविधाओं के विस्तार के लिए करोड़ों के कार्य स्वीकृत किए जा रहे हैं। निर्माण एजेंसी के रूप में पंचायतों को ही नियुक्त किया जा रहा है। काम करवाने वाले भी क्षेत्रीय रसूखदार लोग ही बताए जा रहे हैं। काम पास कराने से लेकर भुगतान तक में सरपंच- सचिवों से खुलेआम 15% कमीशन की मांग जनपद स्तर के अधिकारियों- कर्मचारियों द्वारा की जा रही है, जिसे लेकर सरपंच वर्ग में ना केवल क्षोभ और आक्रोश का वातावरण है, बल्कि इस शोषण का शिकार हो रहे जनप्रतिनिधि सरपंच गांव अपने ग्रुप में इसे वायरल भी करने लगे हैं। ताजा घटनाक्रम में वाड्रफनगर क्षेत्र का एक ऐसा ही वायरल वीडियो चर्चा में है इसे लेकर हड़कंप भी मचा हुआ है। आपसी चैटिंग में इस बात का खुलासा किया गया है कि किस प्रकार 15% कमीशन की मांग की जा रही है। यदि शासन प्रशासन स्तर पर इसकी ठीक से जांच हो जाए तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं। जिला पंचायत सीईओ रेना जमील से मोबाइल के माध्यम से संपर्क करने का प्रयास किया गया उन्होंने ने मोबाइल रिसीव नहीं किया।
कलेक्टर आर. एक्का ने कहा कि वायरल चैटिंग की जांच कराई जायेगी जांच उपरांत ग़लत पाये जाने पर कमीशन मांगने वाले पर कार्रवाई की जायेगी।