पटना। कारा महानिरीक्षक (जेल आइजी) के नाम से फर्जी मैसेज भेज कर विभाग के विधि अधिकारी संजय कुमार कर्ण से एक लाख 20 हजार रुपये की ठगी कर ली गई। ठगी का एहसास होने पर उन्होंने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत की, फिर शनिवार को साइबर थाने में प्राथमिकी कराई।घटना 21 नवंबर की है। विधि अधिकारी के मोबाइल पर एक कंपनी का गिफ्ट वाउचर खरीदने के लिए जेल आइजी के डीपी लगे वाट्सएप नंबर से मैसेज आया था। उन्होंने बेटे को रकम भेज विभिन्न माध्यम से वाउचर खरीद लिए।इसके बाद उन्होंने जेल आइजी से संपर्क किया तो मालूम हुआ कि इस तरह कई और अधिकारियों को मैसेज भेज रुपये की मांग की जा रही है। तब ठगी का एहसास हुआ और इसकी शिकायत दर्ज कराई गई। दूसरी ठगी के शिकार दानापुर थाना क्षेत्र के आरकेपुरम सगुना मोड़ निवासी यशु खून जांच केंद्र के संचालक हैं।

उन्हें 22 नवंबर को दानापुर स्थित सेना कार्यालय का जवान बताते हुए किसी सतीश कुमार के नाम से कॉल आया। जवान ने कैंट में खून जांच कैंप लगवाने के लिए अनुमानित खर्च पूछा, फिर दो बार में उनके खाते में 70 रुपये भेज दिया। इसके बाद उनके खाते से 35,700 रुपये गायब कर दिए।गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के न्यू पहाड़पुर पुलिस कालोनी निवासी विकास कुमार से ओटीपी पूछकर उनके खाते से 38 हजार रुपये निकासी कर ली।

शास्त्री नगर थाना क्षेत्र की कृषि नगर कालोनी में रहने वाले एलेक्स राजन को पटना से चेन्नई के लिए लारी बुकिंग का झांसा देकर 20 हजार रुपये, बहादुरपुर निवासी दीपशिखा से पांच बार में 96 हजार रुपये, अनिसाबाद निवासी सुरभि कुमारी से एक लाख 21 हजार रुपये और पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के साकेतपुरी निवासी शचीन्द्र कुमार आस्तिक से नौ हजार रुपये ठगने का मामला प्रकाश में आया है।

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