कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में SECL के बांकीमोंगरा कोल परियोजना में जमीन के नीचे काम कर रहे एक मजदूर की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि उसके ऊपर कोयले का बड़ा हिस्सा गिरा, जिससे उसने दम तोड़ दिया। मामले में कोल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है। हादसे के बाद एंबुलेंस नहीं पहुंचने से मजदूरों को मालवाहक गाड़ी से उसे अस्पताल ले जाना पड़ा।
कुदरीपारा निवासी रामचरण उरांव बांकीमोंगरा कोल परियोजना में काम करता था। शनिवार रात को वह ड्यूटी पर आया था। सुबह 6 बजे उसकी ड्यूटी खत्म होती, लेकिन इसके पहले ही करीब 4-5 बजे के बीच कोयले का बड़ा हिस्सा उसके ऊपर गिर गया, जिससे उसकी सांसें थम गई। बांकीमोंगरा कोल परियोजना में जमीन के नीचे से कोयला निकालने का काम किया जाता है। यहां अलग-अलग शिफ्ट में करीब 200 मजदूर काम करते हैं।
सुबह रामचरण इस अंडरग्राउंड परियोजना में ड्रिल मशीन के जरिए कोयला निकालने का काम कर रहा था। अचानक किनारे की तरफ से कोयले का एक बड़ा हिस्सा उसके ऊपर गिरा। जिसके बाद रामचरण जोर-जोर से चिल्लाने लगा। आवाज सुनकर वहां मौजूद लोग मौके पर पहुंचे और कोयले को उसके ऊपर से हटाया।
कर्मचारियों ने प्रबंधन से एंबुलेंस की मांग की, लेकिन काफी देर तक एंबुलेंस नहीं पहुंची। इसके बाद मजदूर उसे मालवाहक गाड़ी से ही SECL के अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा दिया गया है। प्रबंधन की तरफ से अब तक कोई बयान जारी नहीं किया गया है।