बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में संचालित नक्सली विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षा बल के जवानों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सुरक्षा बल के जवानों ने नक्सलियाें द्वारा जवानों को टारगेट कर नुकसान पहुंचाने लगाए आइईडी बरामद कर उसे सुरक्षित निष्क्रिय कर दिया।
जानकारी के अनुसार थाना तोयनार से डीआरजी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल 19-सी एवं थाने की संयुक्त पार्टी सर्चिंग पर निकली थी। सुरक्षा बल के जवान अभियन के तहत तोयनार से मोरमेड़ की ओर निकली थी। सर्चिंग अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने दोपहर के वक्त तोयनार-मोरमेड़ मार्ग से थोड़ा आगे पेरमापारा के जंगलों के पास कच्ची मार्ग पर तीन किग्रा आइईडी बरामद किया। नक्सलियों द्वारा आइईडी कमांड सिस्टम से लगाया गया था, जिसे बीडीएस बीजापुर की टीम द्वारा मौके पर ही निष्क्रिय किया गया।सुरक्षा बलों के जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली पगडंडी सड़क पर आइईडी प्लांट करते हैं। सुरक्षा बल के जवान आईईडी के चपेट में आने से नुकसान उठाना पड़ता है।
इधर, बीजापुर थाना क्षेत्र के पेदाकरमा गांव में शनिवार रात जन अदालत लगाकर नक्सलियों ने दो आदिवासी युवकों की हत्या कर दी। जन अदालत में आसपास के गांवों से भीड़ जुटाई गई थी। पेदाकरमा निवासी मृतक राजू मोडियम (27) व बोड़ला पुसनार निवासी दुमा कोडमे (25) पर नक्सलियों ने मुखबिर होने का आरोप लगाया था। उनकी पत्नियों को भी वहां लाया गया था। पत्नियां गिड़गिड़ाती रहीं, अपने पतियों को निर्दोष बताकर उनकी जान की भीख मांगती रहीं किंतु नक्सलियों का दिल नहीं पसीजा। उन्होंने पत्नियों व अन्य ग्रामीणों के सामने ही रस्सी से गला घोंटकर दोनों की हत्या कर दी।दोनों मृतकों के छोटे छोटे बच्चे हैं। ग्रामीण व मृतकों के स्वजन इस घटना से इतने भयभीत हैं कि पुलिस में रिपोर्ट करने भी नहीं जा पा रहे हैं। बीजापुर एसपी आंजनेय वार्ष्णेय ने कहा कि फिलहाल उनके पास जानकारी नहीं आई है। जन अदालत में मौजूद रहे कुछ ग्रामीणों ने बताया कि नक्सलियों को संदेह था कि दोनों युवक पुलिस के मुखबिर हैं। दरअसल दोनों का अक्सर जिला मुख्यालय जाना आना लगा रहता था जो नक्सलियों को पसंद नहीं था।