रायगढ़: धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल वन परिक्षेत्र अंतर्गत कोल्हुमार नामक जंगल में बीते शनिवार को मृत पाए गए एक नर हाथी की मौत के कारणों का राजफाश हो गया है। आधिकारिक पुष्टि के अनुसार जंगली जानवर के शिकार के लिए बिछाए गए विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आने से हाथी की मौत हुई है। वहीं घटनास्थल से शिकार के लिए उपयोग में लाए गए तार को बरामद कर लिया गया है। गिरफ्तार आरोपित एक सिथरा व दो अन्य पास के एक गांव के हैं। वहीं एक अन्य फरार आरोपित की तलाश की जा रही है।

गौरतलब हो कि शनिवार की सुबह छाल रेंज के हाटी परिसर अंतर्गत कोल्हुमार जंगल के कंपार्टमेंट नंबर 555 पीएफ में एक नर हाथी का करीब 5 दिन पुराना शव बरामद किया गया। जिसके बाद विभागीय अधिकारियों व डॉग स्क्वायड की टीम के द्वारा घटनास्थल की बारीकी से जांच की गई। धरमजयगढ़ डीएफओ अभिषेक जोगावत ने बताया कि शुरुआत में यह प्राकृतिक दुर्घटना का मामला लग रहा था लेकिन इस दौरान घटना स्थल से तार मिलने के बाद जांच का दायरा बढ़ाया गया। वनकर्मी को शो काज नोटिस डीएफओ ने बताया कि गांव के एक व्यक्ति से शिकार के लिए उपयोग में लाए जा सकने वाले कुछ संदिग्ध सामान बरामद किए गए हैं। वही शव करीब 5 दिन पहले का है। उन्होंने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले संबंधित कर्मचारियों को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है और आगे की आवश्यक जांच कार्रवाई की जा रही है।

वन मंडल क्षेत्र में बीते तीन महीने के भीतर हाथी की मौत की यह चौथी घटना है। इसके पूर्व बीते एक अगस्त को हाटी सर्किल के ही कक्ष क्रमांक 554 पीएफ में और उसके बाद सितम्बर माह में बाकारूमा रेंज के जमाबीरा इलाके में हाथी का पुराना शव बरामद हुआ था। वहीं उक्त दोनों मामलों में प्रथमदृष्टया हाथी की मौत का कारण आसमानी बिजली को बताया गया था।

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