रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर किडनी के मरीजों के लिए प्रदेश के नौ जिलों में निःशुल्क डायलिसिस की व्यवस्था कर दी गई है। राज्य सरकार की यह सेवा हर वर्ग के बीमार मरीजों को निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। अब तक प्रदेश में 13 हजार से अधिक निःशुल्क डायलिसिस सेशन किए जा चुके हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ द्वारा प्रदेश के नौ जिलों दुर्ग, कांकेर, कोरबा, बिलासपुर, जशपुर, सरगुजा, महासमुंद, बीजापुर और राजनांदगांव में निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके लिए जशपुर, दुर्ग और कांकेर जिले में पांच-पांच, अम्बिकापुर और महासमुंद में चार-चार, कोरबा में छह, बीजापुर में तीन और बिलासपुर में चार (सिम्स मेडिकल कॉलेज में तीन और बिलासपुर कोविड अस्पताल में एक मशीन की स्थापना की गई है।)
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार जनता की सुविधा के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़ी कई योजनाओं का संचालन कर रही है। इन योजनाओं के माध्यम से आमजनों को सस्ती दर पर दवा और निःशुल्क बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो रही है। किडनी की बीमारी के कारण जिन मरीजों को डायलिसिस कराना होता है उन्हें निजी अस्पतालों में एक बार डायलिसिस कराने का एक हजार रूपए से 15 हजार रूपए तक खर्च करना पड़ता है। मुख्यमंत्री ने किडनी की बीमारी से ग्रसित मरीजों की चिंता करते हुए प्रदेश के नौ जिलों में निःशुल्क डायलिसिस की व्यवस्था करवा दी है।
प्रदेश में अब तक इन नौ जिला अस्पतालों में 13 हजार 798 निःशुल्क डायलिसिस सेशन किए जा चुके हैं। इनमें से दुर्ग जिले में 4 हजार 885, कोरबा में 4 हजार 872, कांकेर में 4 हजार 230, बिलासपुर में 3 हजार 504, महासमुंद में 2 हजार 631, सरगुजा में एक हजार 390, बीजापुर में 942 और जशपुर में 675 से अधिक सेशन किए गए हैं।